सोलन: कोरोना काल में नगर निगम सोलन का पहला हाउस बुलाया गया जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। नगर निगम की मेयर पूनम ग्रोवर ने बताया कि बैठक में तीन समितियों का गठन किया गया है जिसमें सामान्य कार्यसमिति, वित्त एवं योजना समिति और सामाजिक न्याय समिति का गठन किया गया, जिसमें नगर निगम के पार्षदों को लिया गया है। मेयर पूनम ग्रोवर ने कहा कि नगर निगम के पार्षद और नगर निगम स्टाफ एक परिवार की तरह है और आगामी दिनों में सोलन शहर के विकास के लिए किस तरह से कार्य किया जाना है इस को लेकर आज चर्चा की गई है।
उन्होंने सभी पार्षदों से आग्रह किया है कि राजनीति से ऊपर उठकर सोलन शहर का विकास करें और कामों में पारदर्शिता लाएं। उन्होंने आगामी दिनों में शहर के विकास के एजेंडे को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने सबसे पहले शहर में आ रही पानी की समस्या को दूर किया। उन्होंने कहा कि सोलन शहर के 17 वार्ड में किस तरह से विकास किया जा सकता है इसके लिए पार्षदों को अपने अपने वार्ड में विकास कार्यों के एस्टीमेट बनाने की भी बात कही गई है।
नगर निगम सोलन की मेयर पूनम ग्रोवर ने बताया कि शहर में पार्किंग को लेकर अब ई टेंडरिंग की जाएगी जो भी डिफॉल्टर होगा या फिर उनके ब्लड रिलेशन मे होगा उन्हें टेंडर नहीं दिया जाएगा। वहीं वार्ड नंबर 2 में रेलवे स्टेशन के समीप बनी पार्किंग जो बीएसएनएल को दी गई है उसके अधूरे काम के बारे में भी अगली बैठक में जानकारी ली जाएगी जिसके लिए संबंधित विभाग को बुलाया गया है। वही लॉकडाउन में व्यापारियों की तरफ से एक आग्रह किया गया था कि जो शॉप बंद है उनसे कूड़े का बिल न लिया जाए इसको देखते हुए कोरोनाकाल में नगर निगम ने यह फैसला लिया है कि दुकानदारों से 1 महीने का कूड़े का बिल नहीं लिया जाएगा।
वही लॉक डाउन पीरियड के दौरान सोलन शहर वासियों से बिजली और पानी के बिल लिए जाएंगे लेकिन एक्स्ट्रा फाइन जो लिया जाता है वह इस दौरान माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब सोलन नगर परिषद से नगर निगम बन चुकी है ऐसे में स्टाफ की कमी नगर निगम है इसके लिए भी मांग की गई है कि जल्द से जल्द उन्हें स्टाफ की पूर्ति करवाई जाए।
वही शहर में बन रही वेंडर मार्केट और गरीबों को दिए गए आवासों पर भी चर्चा की गई की यह काम अभी तक अधूरे क्यों है और इस बारे में नगर निगम द्वारा विजिट किया जाएगा और इस मामले में जानकारी ली जाएगी कि कब तक ये कार्य पूरे हो पाएंगे। वही उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम कार्यालय में सभी पार्षदों के मोबाइल नंबर अंकित करवाने के आदेश भी दिए। उन्होंने पार्षदों की सुविधा के लिए एक कमरे में बैठने का प्रबंध करने की भी बात कही की कोई भी व्यक्ति यदि पार्षद से मिलने आता है तो वह आसानी से बैठकर उनसे बात कर सके।