मंडी: जिला प्रशासनकी अपना पुस्तकालयपहल को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। विशेषतौर पर युवा वर्ग न केवल इस पहल की सराहना कर रहा है अपितु इसमें पुस्तकें भेंट कर अपना सहयोग भी प्रदान कर रहा है। इसी कड़ी में आज यहां उपायुक्त अपूर्व देवगन को क्रयाश चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से अपना पुस्तकालय के लिए 129 उपयोगी पुस्तकें भेंट की गईं।

उपायुक्त अपूर्व देवगन ने क्रयाश चेरिटेबल ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इससे प्रतियोगी परीक्षाओं एवं उच्चतर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए तैयारियां कर रहे छात्रों को स्तरीय पाठ्य सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने बताया कि आज प्राप्त पुस्तकें करसोग में स्थापित अपना विद्यालय में रखी जाएंगी, ताकि दूरदराज क्षेत्रों के बच्चे इनका भरपूर लाभ उठा सकें।
उन्होंने कहा कि अपना पुस्तकालय की स्थापना का उद्देश्य युवाओं को सही मार्गदर्शन प्रदान करते हुए उन्हें जीवन के विविध क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है। इससे ग्रामीण स्तर पर युवाओं को उत्कृष्ट पाठ्य-पठन सामग्री उपलब्ध हो सकेगी और वे एकाग्रचित होकर अपनी तैयारियों को पुख्ता कर सकते हैं और यही इस पहल का ध्येय भी है। उन्होंने बताया कि इसके तहत जिला मंडी के सभी उपमंडलों में अपना पुस्तकालय स्थापित किए जा रहे हैं। इन पुस्तकालयों के लिए कई दानी-सज्जन अपना सहयोग प्रदान करते हुए पुस्तकें उपलब्ध करवा रहे हैं।
क्रयाश चेरिटेबल ट्रस्ट के डॉ. धर्मेश शर्मा ने बताया कि उपायुक्त के माध्यम से अपना पुस्तकालय के लिए 129 पुस्तकें भेंट की गईं। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) की तैयारियां कर रहे बच्चों की मदद के दृष्टिगत फिजिक्स, कैमिस्ट्री सहित विभिन्न विषयों की पुस्तकें भेंट की गई हैं। इसमें डेंटल कॉलेज सुंदरनगर के छात्र-छात्राओं ने भी अपना योगदान दिया है। उन्होंने उपायुक्त मंडी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि युवा वर्ग विशेषतौर पर इससे प्रेरणा प्राप्त कर अपने भविष्य के सपने साकार करने में सफल होगा।
साथ ही यह कार्यक्रम जीवन में मुकाम हासिल कर चुके अन्य युवाओं को पुस्तकें दान कर समाज निर्माण में अपना सहयोग देने के लिए भी प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था से जुड़े सदस्य बच्चों को इन परीक्षाओं की तैयारियों में किसी भी प्रकार का मार्गदर्शन करने के लिए भी सदैव तत्पर रहते हैं। इच्छुक युवा इसका लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था नीट व नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में गत दो वर्षों से बच्चों की मदद कर रही है।