नाहन: हिमाचल व हरियाणा की सीमा पर क्लेसर नेशनल पार्क के जंगल में शनिवार की रात हिमाचल के शिकारियों व हरियाणा के वनकर्मीयों के बीच हुई जबरदस्त मुठभेड़ में पांवटा के एक शिकारी की मौत हो गई। जबकि हरियाणा के वन थाना क्लेसर में तैनात एक वन रक्षक को भी गोली लगी है। हरियाणा पुलिस ने थाना खिजराबाद में वनकॢमयों की शिकायत पर मामला दर्ज किया है जबकि पांवटा साहिब में मृतक परिजनों ने वनकॢमयों की कार्यवाही निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
पुलिस के अनुसार पांवटा साहिब से करीब १० किलोमीटर दूर हरियाणा -हिमाचल की सीमा पर क्लेसर के जंगल में शनिवार की रात हिमाचल के पांवटा साहिब से आधा दर्जन से अधिक शिकारी जंगली जानवरों का शिकार करने गए थे। हरियाणा वन विभाग के क्लेसर स्थित वन थाने को जैसे ही इन शिकारियों के जंगल में आने की सूचना मिली तो उन्होने शिकारियों को जंगल से खदेडऩे का प्रयास किया। शिकारियों ने पत्थर से वनकॢमयों को भगाने का प्रयास किया। दोनों ओर से पहले पत्थरबाजी चलती रही लेकिन वनकर्मी शिकारियों का पीछा करते रहे। इसके बाद मामला बढ़ गया और दोनो ओर से गोलीबारी शुरू हो गई।
इस बीच शिकारियों के पास असला खत्म हो गया। कुछ शिकारियों ने वन विभाग का असला भी छिन लिया और इसके बाद शिकारी वहां से अपनी जान बचाकर भागने लगे लेकिन इस बीच वनकॢमयों की ओर से की गई गोलीबारी में पांवटा साहिब के किशनपुरा निवासी २८ वर्षीय रामपाल के पैर में गोली लग गई। वह घायल होकर गिर पड़ा। शिकारियों ने किसी तरह घायल को कई किलोमीटर तक कंधे पर उठाकर लाया और जंगल के रास्ते पांवटा -यमुनानगर मार्ग पर लाया और पांवटा से गाड़ी का इंतजाम किया और घायल को घर लाया गया लेकिन अत्यधिक खून बहने से उसकी हालत बिगड़ गई थी। इससे पहले की उसे अस्पताल ले जाते घायल शिकारी की मौत हो गई। दूसरी ओर वन थाना क्लेसर के वनकर्मी भी इस घटना में घायल हुए है।
एक वनकर्मी को पत्थर लगा है जबकि वन रक्षक सुरेश कुमार को गोली लगी है। उसका हरियाणा के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। खिजराबाद के थाना प्रभारी रणसिंह ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। पांवटा साहिब के थाना प्रभारी भीष्म ठाकुर ने बताया कि यह मामला हरियाणा के थाना खिजराबाद क्षेत्र का है। इसलिए इसकी जांच हरियाणा पुलिस कर रही है।