सोलन: शहर के गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को सीबीएसई की ओर से “राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य शिक्षकों को नई शिक्षा नीति और शिक्षण के आधुनिक तरीकों से परिचित कराना था।
स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यशाला का संचालन शिक्षा विशेषज्ञ सुश्री ईशा आनंद और श्री संजू हुड्डा ने किया। उन्होंने शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 के मुख्य बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

कार्यशाला में अनुभवात्मक शिक्षण (Experiential Learning), क्षमता-आधारित शिक्षा, बहुभाषावाद और तनाव-मुक्त मूल्यांकन प्रणाली जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। शिक्षकों को यह भी समझाया गया कि कक्षा में बच्चों का मूल्यांकन केवल परीक्षा के अंकों के आधार पर नहीं, बल्कि उनकी सीखने की प्रक्रिया के आधार पर कैसे किया जाए।
इस सत्र को और भी प्रभावी बनाने के लिए समूह चर्चा और गतिविधि-आधारित सत्र भी रखे गए, जिसमें शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं शिक्षकों को नवीनतम शैक्षिक दृष्टिकोण से अपडेट रखती हैं, जिसका सीधा लाभ विद्यार्थियों के समग्र विकास में मिलता है। सभी शिक्षकों ने इस कार्यक्रम को बेहद उपयोगी बताया और कहा कि वे यहां सीखी गई नई तकनीकों को अपनी कक्षाओं में जरूर लागू करेंगे।