नाहन: सिक्खों के दसवें गुरू श्री गोबिंद सिंह जी के 327 वें नाहन आगमन दिवस के उपलक्ष में श्री दशमेष अस्थान गुरूद्वारा नाहन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान रविवार को श्री अखंड पाठ साहिब जी की समाप्ति के बाद दशमेष अस्थान गुरूद्वारा के रागी जत्थे द्वारा शब्द कीर्तन किया गया, जिसके पश्चात रागी जत्थों द्वारा गुरू की वाणी से संगतों को निहाल किया गया। रविवार को अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी जत्थेदार गुरबचन सिंह जी विशेष तौर पर नाहन पधारे। उनके आगमन पर भव्य स्वागत किया गया जिसके बाद मुख्य ग्रंथी जत्थेदार गुरबचन सिंह जी ने गुरूद्वारे के नए भवन का शिलान्यास किया।
अकाल तख्त साहिब से आए मुख्यग्रंथी गुरबचन सिंह जी ने जब गुरू श्री गोबिंद सिंह जी महाराज के नाहन पधारने और यहां पर बिताए गए समय के बारे में संगतों को बताया। 327 साल पहले राजा मेधनी प्रकाश के निवेदन पर श्री गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज नाहन पधारे थे जिसके बाद गुरू महाराज ने दशमेष अस्थान पर 8 माह व दस दिन का समय बिताया था। कार्यक्रम के दौरान गुरूद्वारा में भरपूर लंगर का आयोजन किया, जिसमें भारी संख्या में संगतों ने गुरू का प्रसाद ग्रहण किया। रविवार को ही रात्रि दीवान का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्व रागी जत्थे द्वारा संगतों को गुरू की वाणी से निहाल किया।