ज्वालामुखी : नगर पंचायत ज्वालामुखी में गृह कर का मुद्वा गहराता चला जा रहा है। स्थानीय जनता पर लाखों रूपयों का गृह कर का कर्जा चढ़ गया है । जिसे स्थानीय जनता नहीं देना चाहती है। कारण यह है कि लोग इस गृह कर को आम आदमी की पहुंच से बाहर मानते हैं । लोगों का आरोप है कि गृह कर निर्धारित करते समय इस बात का ख्याल ही नहीं रखा गया कि इसे आम आदमी दे भी सकता है या नहीं । लोगों ने कहा कि गृह कर की पैमाईश भी गल्त हुई है। कुछ साधन सम्पन्न लोगों को नाम मात्र का कर लगा है जबकि कई गरीब लोगों पर भारी भरकम कर थोप दिया गया है। लोगों ने कई बार नगर पंचायत से पिछला गृह कर माफ कर नई पैमाईश करवाकर गृह कर लगाने की मांग की है। लोगों ने आरोप लगाया कि मौजूदा नगर पार्षदों ने पिछले चुनाव से पहले जनता से वायदा किया था कि चुनाव जीतने के बाद वे गृह कर का मामला सुलझाएंगे। लोगों को राहत दिलवाएंगे। परन्तु पांच साल तक इन पार्षदों को जनता से किये वायदे का ख्याल नहीं आया है ।
अब जनता ने दु:खी होकर संघर्ष कमेटी का गठन कर लिया है। ताकि मौजूदा नगर पार्षदों की वायदाखिलाफी को सबक सिखाया जा सके । संघर्ष कमेटी ज्वालामुखी के प्रधान एस एन डोगरा और कमेटी सदस्यों अतुल सूद जगत कपूर विनोद सूद सुमन शर्मा देवेन्द्र शर्मा व अन्य ने नगर पार्षदों से अपील की है कि समय रहते वे गृह कर के मामले का हल चुनावों से पहले कर दे वरना जनता को सभी मौजूदा नगर पार्षदों का अगले चुनावों में बहिष्कार करना पढ़ेगा । इस संदर्भ में खाद्य आपूर्ती मंत्री श्री रमेश ध्वाला ने कहा कि लोगों ने उनसे भी भारी भरकम गृह कर की शिकायतें की हैं । इस संदर्भ में उँन्होंने नगर पंचायत के अधिकारीयों व पार्षदों को पुन: गृह कर की पैमाईश के लिए कहा भी था । इसके अलावा जहां भी उनकी जरूरत होगी वे प्रदेश सरकार सचिवालय निदेशालय जनता की इस समस्या के समाधान के लिए नगर पार्षदों के साथ चलने को तैयार हैं। उधर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष सुखदेव का कहना है कि यदि गृह कर से जनता परेशान है तो इसके समाधान के लिए नगर पंचायत बैठक में चर्चा करेगी ।