बिलासपुर : जिला के घुमारवीं उपमंडल के अंतर्गत पड़ने वाली ग्राम पंचायत डंगार में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है जिसके चलते डंगार चौक में एक कोरोना पॉजिटिव केस के आने पर बाजार 50 मी के कंटेनमेंट जोन दायरे में बंद करवाने में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन असमर्थ रहा। जिससे बाजार में ग्राहक की कंटेनमेंट जोन के दायरे से अनुसूचित होने के कारण खरीदारी करते रहे। जिससे संक्रमण बढ़ने से रविवार को 16 नए कोरोना पॉजिटिव केस आऐ है। जिससे कोरोना का खतरा और भी बढ़ रहा है। बाजार मे लगभग 250 दुकानें होने के कारण करीब 50 दुकाने कंटेनमेंट जोन मे आने के कारण अन्य दुकानदारों व ग्राहको को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
15 अप्रैल को कंटेनमेंट जोन घोषित होने के बाद आशा वर्कर, पंचायत प्रधान, व्यापार मंडल प्रधान ने उक्त दुकानदारों को दुकानें बंद करने के आदेश दिए थे उक्त दुकाने बंद नहीं हुई। जिसके कारण विभाग की बडी लापरवाही सामने आई है जिसका खामियाजा अब पूरे बाजार को भुगतना पडेगा।
कोरोना के 16 केस आने के बाद व्यापार मंडल प्रधान संदीप जसवाल, पंचायत प्रधान अनिता धीमान, मेंबर अजित सिंह ने विभाग से बाजार को सेनेटाइज करवाया गया। जब इस बारे में 15 अप्रैल को एसडीएम घुमारवीं शशी पाल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट अभी मेरे पास आई है। व दुकानों को स्वास्थ्य विभाग की दूसरी रिपोर्ट आने तक बंद करवा दिया जायेगा। परंतु इस लापरवाही का सामना सबको भुगतना पडेगा।
प्रशासन अगर चाहता तो मार्केट उसी दिन बंद करवा देता लेकिन लापरवाही अब महंगी पड़ रही है। अब कोरोना के केस गांव में आने लगे हैं क्योंकि बाजारों के अधिकतर दुकानदार गांव के रहने वाले हैं जिस कारण लोगों में खतरा बना हुआ है इतना ही नहीं दूसरे लोगों की आम शिकायत आ रही है कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं वो बाजारों और गांव में घूम रहे हैं। सही तरीके से आइसोलेट नहीं हो रहे हैं प्रशासन को चाहिए कि जो लोग पॉजिटिव आ रहे हैं उनको सही तरीके से आइसोलेट होने के निर्देश दिए जाने चाहिए ताकि अन्य लोगों को खतरा न हो और उनकी मनमानी पर रोक लगानी चाहिए।