चंबा: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के अंतर्गत आने वाले कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) चंबा ने राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल का मान बढ़ाया है। जम्मू में आयोजित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की क्षेत्रीय कार्यशाला में केवीके चंबा ने सूचना प्रौद्योगिकी के बेहतरीन इस्तेमाल का लोहा मनवाते हुए दो प्रतिष्ठित जोनल पुरस्कार अपने नाम किए हैं।
केवीके चंबा को सर्वश्रेष्ठ सोशल मीडिया आउटरीच के लिए संस्थागत पुरस्कार से नवाजा गया है। यह उपलब्धि इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि चंबा ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के जोन-1 में कार्यरत कुल 72 कृषि विज्ञान केंद्रों को पछाड़कर यह शीर्ष स्थान हासिल किया है।

संस्थागत सम्मान के अलावा व्यक्तिगत श्रेणी में भी चंबा का दबदबा रहा। केवीके की फल वैज्ञानिक डॉ. नेहा धीमान को सोशल मीडिया आउटरीच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए व्यक्तिगत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए किसानों तक कृषि की नई तकनीकों, मौसम की जानकारी और उपयोगी सलाह को समयबद्ध तरीके से पहुंचाने के लिए दिया गया।
यह सम्मान शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST), जम्मू में आयोजित आईसीएआर-एटारी (जोन-1) की वार्षिक कार्यशाला के दौरान प्रदान किए गए। समारोह के मुख्य अतिथि और SKUAST जम्मू के कुलपति प्रो. बी.एन. त्रिपाठी ने केवीके चंबा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. धर्मेंद्र को यह पुरस्कार सौंपे। इस दौरान आईसीएआर-एटारी के निदेशक डॉ. परविंदर श्योराण भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस शानदार उपलब्धि पर नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने डॉ. धर्मेंद्र, डॉ. नेहा धीमान और केवीके चंबा की पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया किसानों के साथ संवाद का सबसे सशक्त माध्यम बनकर उभरा है।
केवीके चंबा ने जिस कुशलता से डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर कृषि नवाचारों, मौसम परामर्श और सरकारी योजनाओं को किसानों तक पहुंचाया है, वह अनुकरणीय है। निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. इंदर देव ने भी टीम को बधाई देते हुए कहा कि निरंतर और प्रभावी डिजिटल आउटरीच ने किसानों का विश्वास जीतने में अहम भूमिका निभाई है और उम्मीद है कि भविष्य में भी केंद्र इसी तरह कृषि विकास में योगदान देता रहेगा।