नाहन : मुल्क महाराज महासू देवता के सबसे छोटे भाई, चालदा महाराज, सिरमौर के ऐतिहासिक प्रवास पर हैं। उनके आगमन को लेकर क्षेत्र में भारी उत्साह है, खासकर पश्मी और द्राबिल निवासियों के बीच, जो महाराज के स्वागत के लिए पलकें बिछाए बैठे हैं। अनुमान है कि पड़ाव वाले स्थान पर लगभग 50,000 श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। इस बड़ी संख्या को देखते हुए, प्रशासन ने सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है और एसडीएम शिलाई ने आज महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
एसडीएम शिलाई ने 13 दिसम्बर और 14 दिसम्बर को चालदा महासू महाराज के शिलाई उपमंडल के गांव द्राबिल और पश्मी के प्रवास के मद्देनजर आमजन से सहयोग की अपील की है। मीनस से गांव पश्मी तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए, क्षेत्र में यातायात और कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी श्रद्धालु अपने वाहनों की पार्किंग केवल वैध पार्किंग स्थलों पर ही करें। मीनस से शिलाई मुख्य सड़क, शिलाई बाजार से पेट्रोल पंप तक की सड़क, और शिलाई बाजार से पशमी तक की सड़क पर पार्किंग पूरी तरह से निषेध रहेगी। इसके अतिरिक्त, ग्राम पशमी और आस-पास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे 14 दिसम्बर से 16 दिसम्बर तक ज्यादा से ज्यादा पैदल मार्गों का उपयोग करें।

प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि 13 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक ट्रैफिक व्यवस्था में सख्ती बरती जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे यातायात प्रबंधन के लिए निर्धारित वाहन रहित क्षेत्रों का कड़ाई से पालन करें और पुलिसकर्मी से किसी भी प्रकार का वाद-विवाद न करें, बल्कि दैव कार्य में सहयोग करें। नियमों का उल्लंघन करने वाले संबंधित वाहन चालकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। शिलाई बाजार के व्यापारियों से विशेष अनुरोध किया गया है कि वे पेट्रोल पंप शिलाई से गाता तक की मुख्य सड़क और बांदली सड़क की तरफ वाली दुकान के बाहर कोई भी सामान न लगाएं, अन्यथा उनके विरुद्ध भी नियमानुसार कार्यवाही होगी।
एसडीएम ने सभी नागरिकों से संयम और समझदारी का परिचय देते हुए चालदा महासू महाराज के आगमन में सहयोग करने और एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने का आग्रह किया है। यदि किसी कारणवश ट्रैफिक जाम लग जाता है, तो उसे खुलवाने में पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने सुरक्षा कारणों से यात्रा के दौरान छोटे बच्चों और बुजुर्गों को भीड़ वाले स्थान से दूर रखने की सलाह दी है, और किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रशासन, अग्निशमन, पुलिस और एम्बुलेंस से तुरंत संपर्क करने के निर्देश दिए हैं।