शिमला: बाल अधिकारों के संरक्षण और कानूनी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, छोटा शिमला में एक विशेष विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया गया। स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) शिमला के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें कानून के 25 से अधिक छात्रों ने स्कूली बच्चों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी।
शिविर का मुख्य विषय बाल अधिकारों का संरक्षण था। इस दौरान, विधि छात्रों ने स्कूली बच्चों को पॉक्सो (POCSO) अधिनियम, किशोर न्याय (Juvenile Justice) अधिनियम और शिक्षा का अधिकार अधिनियम जैसे महत्वपूर्ण कानूनों के बारे में सरल भाषा में समझाया। उन्होंने रोल-प्ले (नाटिका) और खुली चर्चा जैसे रोचक तरीकों का इस्तेमाल किया, ताकि बच्चे अपने अधिकारों को आसानी से समझ सकें।

स्कूल के छात्रों ने भी इस सत्र में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। उन्होंने बाल सुरक्षा, स्कूल में सुरक्षा के उपाय और किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में पुलिस की भूमिका को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे, जिनका विधि छात्रों और डीएलएसए के अधिकारियों ने जवाब दिया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य और स्टाफ ने इस पहल की सराहना करते हुए आयोजकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक और सशक्त बनाने के लिए बेहद जरूरी हैं।