शिमला : जिला परिषद अध्यक्षा चन्द्र प्रभा नेगी ने आज यहां बचत भवन में जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के अनुमानित बजट को पारित करने पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया और जिला की ग्राम पंचायतों की मनरेगा शैल्फों को पारित किया गया। इसके अतिरिक्त जिला परिषद के लंबित पड़े कार्यों पर चर्चा की गई और आय-व्यय पर परस्पर संवाद के माध्यम से चर्चा की गई।
जिला परिषद सदस्य भुट्टी वार्ड सुभाष कैंथला ने नारकंडा खण्ड की पंचायतों को लूहरी परियोजना में परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में जोड़ने की मांग की, जिससे परियोजना के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई सम्भव हो सके।
जिला परिषद सदस्य कलबोग वार्ड अनिल काल्टा ने उपमण्डलाधिकारी कार्यालय कोटखाई में स्टाफ की नियुक्ति पर प्रश्न उठाया ताकि स्थानीय जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े और इसके अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटखाई में पैरा मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरने की मांग उठाई।
जिला परिषद सदस्य नीमा जस्टा ने चैपाल क्षेत्र में विभिन्न रमणीय स्थानों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का प्रश्न उठाया ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के साधन उपलब्ध हो सके।
जिला परिषद सदस्य त्रिलोक भलूणी ने रामपुर बुशैहर विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा विभाग व पशुपालन विभाग में रिक्त पदों को भरने की मांग उठाई तथा सम्पर्क मार्गों पर हिमाचल पथ परिवहन निगम पर नियमित बस सेवा चलाने का आग्रह किया ताकि ग्रामीण लोगों को कोई दिक्कत उत्पन्न न हो।
इससे पूर्व उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने सभी जिला परिषद सदस्यों से सीधा संवाद स्थापित किया और उन्हें विकासात्मक कार्यों में जिला प्रशासन के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव गांधी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिला में युवा पीढ़ी को नशाखोरी की समस्या से बचाने के लिए पंचायत जनप्रतिनिधि पुलिस प्रशासन का सहयोग करें ताकि इस समस्या से निजात मिल सके।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, जिला परिषद उपाध्यक्ष सुरेन्द्र रेटका, समस्त जिला परिषद सदस्य, अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।