शिमला : जिला शिमला में ड्रंक एंड ड्राइव को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा, ताकि सड़क दुर्घटना में कमी लायी जा सके। यह बात आज यहाँ उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कही। उपायुक्त ने कहा कि ड्रंक एंड ड्राइव के कारण सड़कों पर काफी दुर्घटनाएं सामने आती है। इसी दृष्टि से जिला में इन दुर्घटनाओं को कम करने के उदेश्य से विशेष अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जिस स्थान पर दुर्घटना होती है या दुर्घटना होने की सम्भावना है उस जगह पर क्रैश बैरियर लगाए जायेंगे। वही समतल क्षेत्रों में अत्यधिक गति को रोकने के लिए रम्बल स्ट्रिप्स लगाई जाएँगी ताकि सड़क दुर्घटना को कम किया जा सके। अनुपम कश्यप ने कहा कि शिमला शहर के साथ-साथ पूरे जिला में साइन बोर्ड काफी कम संख्या में लगाए गए है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को इस सन्दर्भ में आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि शिमला शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न न हो ।
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को जिला में ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर उन्हें ठीक करने के भी निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि सड़क सुरक्षा की दृष्टि से जिला पुलिस के लिए इंटरलॉक बेरिकेट भी ख़रीदे जायेंगे।
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना से निपटने के लिए हमे मशीनों एवं गाड़ियों की अत्यधिक आवश्यकता रहती है। इसी दृष्टि से 2 डेडिकेटेड एम्बुलेंस एवं 04 क्रेन खरीदने के प्रस्ताव को तैयार किया जाएगा। यह डेडिकेटेड एम्बुलेंस ठियोग एवं कुमारसैन क्षेत्र में मुस्तैद रखी जाएँगी ताकि आपातकालीन स्थिति में इनको प्रयोग में लाया जा सके।
उपयुक्त ने कहा कि इन सभी चीजों के साथ-साथ लोगों में सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता होना अत्यधिक आवश्यक है। इस दृष्टि से समय-समय पर जागरूकता अभियान एवं प्रचार सामग्री का भी वितरण किया जाएगा।
जिला के 10 स्थानों पर स्थापित होंगे एएनपीआर कैमरा : एसपी शिमला
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी में बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस विभाग द्वारा जिला के 10 स्थानों पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) कैमरा स्थापित करने का प्रस्ताव है। यह कैमरे जहाँ अत्यधिक गति पर वहां चलाने वाले चालक की पहचान करेंगे, वही सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में भी सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त शिमला शहर के साथ-साथ अन्य जगहों पर स्पीड मीटर भी स्थापित किये जायेंगे।
बैठक में लोक निर्माण, पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, नगर निगम शिमला एवं एनएचएआई से अधिकारीगण उपस्थित रहे।