ज्वालामुखी: (बिजेन्द्र शर्मा) । ज्वालामुखी के समीपवर्ती गांव गुम्मर की लाडली बेटी आंचल राणा जिसने शूटिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर खूब ख्याति बटोर कर हिमाचल प्रदेश के साथ ज्वालामुखी व गुम्मर का नाम भी रौशन किया है ने अपनी उपलब्धियों में एक और आयाम हासिल किया है । आंचल राणा जो पिछले लंबे समय से पुने में शूटिंग कैंप में हिस्सा ले रही थी को उसकी पिछले इंटरनैश्नल स्कोर तथा वर्तमान के शानदार प्रदर्शन के लिए दोहा में हो रही एशियन शूटिंग चैँपियनशिप के लिए जूनियर कैटागिरी में चयन किया है । आंचल राणा के दोहा एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में चयन होने की खबर ज्वालामुखी में पहुंचते ही यहां जश्न का माहौल हो गया तथा आंचल राणा के पिता व कोच राणा गुरबचन सिंह पुत्र राणा राय सिंह के घर पर लोगों का मेला लग गया तथा बधाईयों का सिलसिला शुरू हो गया। राणा गुरबचन सिंह ने मिठाईयां बांट कर खुशी का इजहार किया । आंचल के ताया राणा विजय सिंह,राणा रणजीत सिंह,राणा गुरदेव सिंह ने अपनी लाडली बेटी के इस प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें आंचल राणा के प्रदर्शन पर नाज है। तथा उसके लिए शुभकामनाएं है। सारे क्षेत्र के लोगों की दुआएं उसके साथ है । उसके पिता राणा गुरबचन सिंह ने कहा कि आंचल राणा भारत की तरफ से अपने जूनियर वर्ग में प्रतिनिधित्व कर रही है। इसके अलावा दो अन्य लड़कियां मध्यप्रदेश व एक अन्य लडक़ी सोनिया राय बैजनाथ हिमाचल प्रदेश से सीनियर वर्ग के लिए चयनित हुई है। उन्होंने कहा कि आंचल राणा पहले भी पूने में एक माह तक ट्रायल में हिस्सा ले चुकी है अब दूसरी बार उसने पूने में हिस्सा लिया है तथा अपना प्रदर्शन जारी रखा है । अब आंचल राणा 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक पूने में लगने वाले कैंप में हिस्सा लेगी तथा 11 जनवरी से 22 जनवरी तक चलने वाले एशियन शूटिंग चैंपियनशिप दोहा में भाग लेने जायेगी। आंचल राणा बी एस सी द्वितीय वर्ष की छात्रा है जो राजकीय कालेज धर्मशाला की छात्रा है उसके परिवार में दादा राणा राय सिंह के सभी लडक़े राष्टï्रीय स्तर के शूटर रहे है । उसके पापा गुरबचन भी राष्टï्रीय स्तर के शूटर व कोच है उन्होंने अपने घर के पास जमीन में ही शूटिंग रेंज का निर्माण कर अपने बच्चों को ट्रेनिंग देना जारी रखा है जिसका परिणाम सबके सामने है सीमित साधनों में असाधारण प्रदर्शन करके आंचल ने वो मुकाम हासिल कर लिया जिसको हासिल करना कभी उसके बड़ों का सपना था जिस पर सबकी आंखें नम हो गयी है ।