ज्वालामुखी: कांग्रेस से बगावत कर ज्वालामुखी के वार्ड चार से चुनाव लड रहे दलित नेता रमेश चन्द ने आज यहां कहा कि दलित होने की कीमत उन्होंने चुका दी है। कांग्रेस में बैठे दलित विरोधी नेताओं के कहने पर उन्हें नकारा गया। लेकिन लोग उनके साथ हैं। उन्होंने दावा किया कि लोगों का अपार स्नेह उन्हें मिल रहा है। जिससे अब वह जीत के लिये जीत का अन्तर बढाने के लिये चुनाव प्रचार में जुटे हैं। उन्होंने पूरा विशवास है कि उनके विरोधियों की जमानत जब्त होगी।
रमेश चंद एक बार पहले भी इसी वार्ड से चुने जा चके हैं। यही वजह है कि उन्हें प्रचार में कोई भी दिक्कत नहीं आ रही। उनका वार्ड नगर के मध्य भाग का वह क्षेत्र हैं। जहां बस अड्डा व मंदिर मार्ग है। यही वजह है कि इस वार्ड पर हर किसी की नजर है। उनके मुकाबले कांग्रेस के संजीव सूद व भाजपा के किशन स्वरूप किछी खडे हैं। लेकिन मुकाबला रमेश व भाजपा के प्रत्याशी के बीच है। कांग्रेस प्रत्याशी के मुकाबले आज तक रमेश चंद का चुनाव प्रचार तेज है। व वह घर घर जाकर वोट मांग रहे हैं। जिससे उन्होंने लोगों की सहानूभूति बटोरी है। कुछ लोगों ने उन्हें चुनाव लडने के लिये आर्थिक मदद भी दी है। होटल ज्वालाजी के पीछे रहने वाले राजेन्दर कुमार ने बताया कि उनका परिवार रमेश चंद को वोट देगा। राजेन्दर भी दलित हैं। वह कहते हैं कि दूसरी जाति के लोग इक्कठा हो सकते हैं तो हम कयों नहीं। उन्होंने बताया कि उनका परिवार ज्वालामुखी कांग्रेस को अपना खून पसीना देता आया है। लेकिन वक्त आने पर कांग्रेस व कांग्रेसियों ने उन्हें धोखा दे दिया।