ज्वालामुखी: सरकारी स्कूलों में चल रही मिड डे मील सुविधा पर भी अब स्कू ल प्रबन्धन कमेटीयों का ही हुकुम चलने लगा है। आज ज्वालामुखी में राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में सैकडो छात्रों को मिड डे मील में मिलने वाले भोजन की जगह हल्वा खिलाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। स्कूली छात्रो से मिली जानकारी व पुख्ता सूत्रों के अनुसार दोपहर को आज मंगलवार के दिन स्कूली छात्राओं को मिड डे मील में मिलने वाले भोजन की जगह हल्वा दिया गया। जिससे कई छात्र भूखे ही रहे भला भोजन की जगह हल्वा कैसे ले सकता है। स्कूल प्रबधन द्वारा तर्क दिया जा रहा है की बसंत पंचमी होने पर हल्वा बच्चो को खिलाया गया । लेकिन सवाल यह है की भोजन की जगह हल्वा खिलाने का आदेश शिक्षा उच्चाधिकारीयों को नही अपितु अपने स्तर पर ही स्कूल प्रबन्धन कमेटी ने ले लिया।
स्कूली छात्राओं द्वारा नाम ना बताने की शर्त पर बताया गया की आज भोजन की जगह हल्वा खिलाया गया है और भूख भी नही मिटी। वहीं सूत्रो की माने तो मिड डे मील प्रबन्धन कमेटी द्वारा रजिस्टर में भोजन का खर्च डाला गया है जबकि भोजन बना ही नही तो रजिस्टर में बह जगह खाली रहनी चाहिए जो की अध्यापको की मिलीभगत से भर दी गई है। स्कूल प्रधानाचार्य मुलतान सिंह ने माना की आज मिड डे मिल में स्कूली छात्राओं को भोजन की जगह हलवा खिलाया गया। उन्होने स्पष्ट किया की उन्हे स्कूल में मिड डे मिल में भोजन की जगह हलवा खिलाने के आदेश उच्चाधिकारीयों के तरफ से नही दिए गए थे। स्कूल प्रबन्धन कमेटी ने अपने स्तर पर निर्णय लिया की बंसत पंचमी का दिन होने के चलते हलवा मिड डे मिल में बनाया जाएगा। स्कूल प्रबन्धन कमेटी का ही यह निर्णय है।
आर सी कौंडल डिप्टी डायरेक्टर सैकेन्डरी ने बताया की मिड डे मील में भोजन की जगह हल्वा खिलाय जाना उचित नही है, सरकारी चार्टर में हल्वे का जिक्र तक नही है। स्कूल प्रबन्धन से इस बारे जबाब मांगा जाएगा।