ज्वालामुखी व्यापार मंडल नगर में बनने वाले नये अस्पताल परिसर के खिलाफ लामबंद

ज्वालामुखी: ज्वालामुखी व्यापार मंडल नगर में बनने वाले नये अस्पताल परिसर के खिलाफ लामबंद होने लगा है। ज्वालामुखी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनीश सूद ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा कि ज्वालामुखी के लोग नहीं चाहते कि नये अस्पताल परिसर का निर्माण पुराने परिसर में ही हो।

अनीश सूद जो कि नगर पंचायत के उपाध्यक्ष भी हैं। ने बताया कि मौजूदा अस्पताल बस अड्डे के पास है। जिससे मरीज परेशान होते हैं। यही नहीं साथ में नेशनल हाईवे भी है। उन्होंने कहा कि अगर इसी जगह अस्पताल बनता है तो बस अड्डे के विस्तार की योजना पर विपरित असर पडेगा। लेकिन बस अड्डा बाद में नगर में बाहर भी जा सकता है। उन्होंने दलील दी कि तमाम बातों को ध्यान में रखते हुये सरकार को अस्पताल को यात्रि निवास में शिफ्ट कर देना चाहिये। काबिलेगौर है कि ज्वालामुखी मंदिर न्यास की ओर से बनाया गया यात्रि निवास पिछले कई सालों से बदहाली के आंसू बहा रहा है। यहां करीब 42 कमरे हैं। साथ में संगीतमय फव्वारा व करीब दस कनाल खुली जगह भी यहां है। यही वजह है कि अस्पताल को यहां शिफ्ट करने की वकालत हो रही है। अनीश सूद ने बताया कि अस्पताल यहां शिफट होता है। तो यहां नया बाजार विकसित होगा। व किसी को भी कोई दिक्कत नहीं होगी।

उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह नगर पंचायत भी ज्वालामुखी के लोगों की राय जानने के लिये एक बैठक बुलायेगी। उन्होंने बताया कि आज यहां नगर के दुकानदारों की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें एकराय से सभी लोगों ने अस्पताल को यात्रि निवास में शिफ्ट करने के लिये अंदोलन का साथ देने के लिये हामी भरी है। अनीश सूद ने स्पष्ट किया कि वह लोग टकराव का रास्ता अपनाना नहीं चाहते। गौरतलब है कि हाल ही में अस्पताल के प्रस्तावित भवन के लिये सरकार की ओर से करीब एक करोड रूपया मंजूर हो चुका है। प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के हाथों इस प्रस्तावित योजना का शिलान्यास भी हो चुका है। व निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। लेकिन इससे पहले ही इस योजना का विरोध होने लगा है। मामले ने राजनैतिक रंगत ले ली है।

व्यापार मंडल के विरोध के साथ कांग्रेस भी आगे आ गई है। कांग्रेस नेता संजय रतन ने दलील दी कि माले को राजनैतिक आधार पर नहीं बल्कि जनहित के नजरिये से देखना चाहिये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में अंदोलन में लोगों के साथ है। इलाके के ज्यादातर लोग इस हक में हैं कि अस्पताल यात्रि निवास में ही शिफ्ट हो। लिहाजा सरकार को भी इसमें कोई अडियल रवैया नहीं अपनाना चाहिये।

इस बीच नगर पंचायत की अध्यक्षा अनिल प्रभा ने कहा है कि नगर पंचायत अस्पताल को नयी जगह शिफट करने का प्रस्ताव भी अगली बैठक में लायेगी । ताकि बस अड्डा बचा रहे।

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