धर्मशाला: मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने आज जिला कांगड़ा के टांडा स्थित डा. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में 150 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित किए जाने वाले सुपर स्पैशिएलिटी अस्पताल की आधारशिला रखी।
प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में लोगों के घरद्वार के समीप विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं का मजबूत नेटवर्क सृजित कर रही है तथा निचले क्षेत्रों की विशेषज्ञ चिकित्सा आवश्यकताओं को टांडा अस्पताल पूरा करेगा। सुपर स्पैशिएलिटी अस्पताल न केवल प्रदेश के बल्कि पड़ोसी राज्यों के रोगियों को भी विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों के लिए केन्द्र सरकार से प्राप्त धन राशि का समुचित उपयोग सुनिश्चित बना रहा है। किन्तु यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश की प्रतिबद्ध देनदारियों को लगभग 1600 करोड़ रूपये कम करके आंका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को आशवस्त किया कि राज्य लोगों की विकास संबंधी आवश्कताओं पर खरा उतरेगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य में इस महत्वकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखने के लिए पधारे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति के लिए वे व्यक्तिगत तौर पर उनके आभारी हैं। उन्होंने कहा कि श्री आज़ाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे हैं और वे पहाड़ी राज्यों की मुश्किलों से भलीभांति परिचित हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने डा. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय स्वास्थ्य महाविद्यालय, टांडा में भव्य परिसर का निर्माण करने के लिए राज्य सरकार को बधाई देते हुए कहा कि देश में यह अपनी तरह का एक मात्र परिसर है। उन्होंने कहा कि वे जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं और पहाड़ी राज्यों की समस्याओं तथा विकास संबंधी आवश्यकताओं से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार सम्भालते ही उन्होंने देश को तीन क्षेत्रों में विभक्त किया था। पहाड़ी राज्यों को अन्य राज्यों से अलग किया गया था। क्योंकि अन्य राज्यों में चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना के लिए समुचित भूमि उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि देश के उत्तरी राज्यों में स्वास्थ्य मानकों के क्षेत्र में स्थितियां प्रभावित करने वाली नहीं हैं क्योंकि यहां शिक्षा एवं स्वास्थ्य नेटवर्क अधोसंरचना की कमी हैं। उन्होंने कहा कि देश के सुपर स्पैशिएलिटी स्वास्थ्य संस्थानों में 4700 सीटें बढ़ाई गई हैं तथा आने वाले तीन वर्षों में 10 से 12 हजार एम.डी. सीटें बढ़ाई जाएंगी। चिकित्सा महाविद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों की आयु सीमा को 65 वर्ष तक बढ़ा दिया गया है ताकि अनुभवी व्यवसायी मिल सकें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार आयु सीमा को बढ़ाकर 70 वर्ष करने पर विचार कर रही है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल प्रदेश को स्वास्थ्य क्षेत्र में श्रेष्ठ स्वास्थ्य मानकों विशेषकर शिशु मृत्यु दर, एम.एम.आर., परिवार नियोजन इत्यादि में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि घरों में ही प्रसूति सुविधा सुनिश्चित बनाई जाएगी तथा आने वाले कु छ महीनों में ऐसे स्लीपिंग बैग तैयार किए जाएंगे जिनमें शिशु कम से कम 8 घण्टे के लिए गर्म रह सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे टांडा सुपर स्पैशिएलिटी अस्पताल को 18 महीनों की अवधि में पूरा करें।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव बिन्दल ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री का स्वागत किया और सुपर स्पैशिएलिटी अस्पताल की आधारशिला रखने के लिए उनका आभार किया। उन्होंने मातृ शिशु स्वास्थ्य योजना के लिए 5 हजार करोड़ रूपये का बजट प्रावधान करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों में पी.जी. सीटों को बढ़ाकर 75 करने के लिए भी उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांग की कि हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की सूची में जम्मू-कश्मीर की बराबरी पर शामिल किया जाए तथा प्रदेश के सभी राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर ट्रॉमा सैंटर स्थापित किए जाएं।
स्थानीय विधायक श्री जी.एस.बाली ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने डा0 राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा को ग्रामीण चिकित्सा महाविद्यालयों की सूची में शामिल करने तथा इसके विकास के लिए उदार वित्तीय सहायता प्रदान करने का केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया।
कालेज के प्रधानाचार्य डा. अनिल चौहान ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
सिंचाई एंव जन स्वास्थ्य मंत्री श्री रविन्द्र सिंह रवि, उद्योग मंत्री श्री किशन कपूर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री रमेश ध्वाला, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्रीमती सरवीण चौधरी, लोकसभा सांसद डा. राजन सुशांत, विधायक सर्व श्री विपन परमार, प्रवीण शर्मा, सुखविन्दर सुखु, संजय चौधरी, योगराज और निखिल राजौर, पूर्व मंत्री श्री चन्द्र कुमार व श्री विद्या सागर, पूर्व विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष सुमन वर्मा और क्षेत्रीय गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।