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टिहरी बांध की तरह रेणुका में भी हो सकता है विनाश

श्रीरेणुका जी (हिमाचल प्रदेश) : टिहरी बांध की तरह प्रस्तावित श्री रेणुका जी बांध बनने के बाद रेणुका जी क्षेत्र में भी विनाश की सम्भावनाओं से इनकार नही किया जा सकता | रेणुका जी बाधं में होने वाले विस्थापित होने वाले लोगों का एक दल जब पी.ए.पी.एन. संस्था के माध्यम से टिहरी बांध के विस्थापितों से मिलने गया तो उन्हे भविष्य साफ नजर आने लगा | धुत्तु बांध दौरा कर लौटे इस की चिन्ता वहां के विस्थापितों की दुर्दशा देखकर और बढ गई हैं | दल के सदस्यों ने बताया कि वहां बाध निर्माण के बाद से आस पास के गांवों में जीवन नर्क बन गया है | घरों और स्कूलों में दरारें पड गई हैं, कई किलोमीर तक जमीन धंस गई हैं | उन्होने कहा कि वहां भी पर्यावरण एवं पुनर्वास के सारे कानूनों को दरनार कर विस्थापितो को छला गया है | उन्होने कहा कि इस विनाश का असर बाधं विस्थापितों के अतिरिक्त बांध के उपरी हिस्से में रहने वाले लोगों और आसपास के गांवो पर भी पडेगा जिसकी अभी कल्पना भी नही की जा सकती |

उल्लेखनीय है कि रेणुका बांध स्थल के निकट ही हिमाचल प्रदेश की सबसे बडी प्राकृतिकdam3झील श्री रेणुका जी, वन्यप्राणी विहार एवं धार्मिक पर्यटन नगरी स्थित है तथा बांध निर्माण से इस स्थल को भी खतरा हो सकता है | जानकारों की माने तो बाधं निर्माण के लिए की जाने वाली ब्लास्टिग से झील लुप्त हो सकती है |