हमीरपुर: मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार डोगरा रेजीमेंट सेंटर और अन्य ब्रिगेडों की स्थापना के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध करवाएगी क्योंकि देश की सुरक्षा सर्वाेपरि है। मुख्यमंत्री आज हमीरपुर में पूर्व सैनिक कल्याण निगम द्वारा आयोजित डोगरा रेजीमेंट की दो दिवसीय पूर्व सैनिक रैली को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जब सांसद थे तो उन्होंने लोकसभा में ‘एक रैंक एक पैंशन’ का मामला उठाया था, जिस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग की कि देश की खातिर अपना यौवन देने वाले पूर्व सैनिकों को न्याय मिलना चाहिए और उनके योगदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें पर्याप्त सहायता देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अधिकतर युद्ध पहाड़ों में लड़े गए हैं और डोगरा सैनिक पहाड़ी क्षेत्रों में युद्ध लड़ने में सबसे सक्षम हैं। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र के युवाओं को सेना में कार्य करने का अवसर प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार को भर्ती योग्य जनसंख्या फार्मूले में बदलाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य ने पहाड़ी क्षेत्रों के युवाओं को सेना में अधिक अवसर प्रदान करने के लिए हिमालयन रेजिमेंट के गठन की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूर्व सैनिकों के विद्यार्थियों को वजीफे की सुविधा प्रदान कर रही है।
प्रो. धूमल ने कहा कि कारगिल युद्ध में प्रदेश के 52 सैनिकों ने अपनी कुर्बानी दी, जिन्हें राज्य सरकार ने सर्वश्रेष्ठ सहायता प्रदान कर देश में एक मिसाल कायम की। इन सैनिकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की नकद सहायता के साथ-साथ आश्रितों को रोजगार व अन्य श्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान की गईं। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर भी कारगिल शहीदों के परिवारजनों से संवेदनाएं व्यक्त करने गए थे। प्रदेश सरकार अन्य शहीदों के परिजनों को भी समय≤ पर श्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान कर रही है। उन्होंने ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्वकाल में भारतीय सेना के इतिहास में नए अध्याय जुड़े। कारगिल युद्ध के लिए प्रदान कुल चार परमवीर चक्रों में से दो प्रदेश के सैनिकों ने प्राप्त किए, जिस पर प्रदेश को गर्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी देशों की सैन्य तैयारियों के दृष्टिगत, सामरिक महत्व की भानूपल्ली-मण्डी-मनाली-लेह रेल लाइन का निर्माण अत्यन्त आवश्यक है। राज्य ने एक सीएसडी डीपो की स्थापना की मांग भी की है, जिसके लिए प्रदेश सरकार हर सम्भव सहायता उपलब्ध करवायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व सैनिकों और उनके बच्चों की सुविधा के लिए अलग सैनिक कल्याण विभाग का गठन किया गया है।
प्रो. धूमल ने कहा कि हमीरपुर में आयोजित रैली के माध्यम से पूर्व सैनिकों और उनके बच्चों को केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा उन्हें उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का भी दौरा किया। उन्होंने इस अवसर पर युद्ध विधवाओं को 3,000 रुपये के नकद पुरस्कार और मिक्सर ग्राइंडर मशीनों से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व हमीरपुर में गुरूकुल मार्ट का उद्घाटन भी किया।
डोगरा रेजिमेंट के कर्नल लै. जनरल जसबीर सिंह लै. जनरल (सेवानिवृत्त) हरबंस सिंह कंवर ने कहा कि सैन्य बलों में डोगरा सैनिकों का विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अत्यन्त शांतिपूर्ण राज्य है, जहां कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि कुल सेवारत एवं पूर्व सैनिकों में से डोगरा सैनिकों की संख्या लगभग 65 हजार है। उन्होंने डोगरा रेजिमेंटल सेंटर को फैजाबाद से हिमाचल प्रदेश स्थानांतरित करने की की मांग के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक सी.एस.डी. डिपो की मांग को स्वीकृत करने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है। प्रदेश में सरकाघाट और घुमारवीं में ई.सी.एच.एस. खोले जाने संभावित हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि युवाओं को अपने भविष्य की योजनाएं तैयार करने में मद्द प्रदान करने के लिए एक प्रशिक्षण एवं परामर्श केन्द्र खोला जाए।
सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) राजेन्द्र सिंह राणा ने मुख्यमंत्री व वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि देश के विभिन्न भागों में युद्ध एवं शांति के दौरान सैनिकों ने अपनी बहादुरी के लिए एक हजार से अधिक पदक प्राप्त किए हैं।
शिक्षा मंत्री श्री ईश्वर दास धीमान, विधायक श्रीमती उर्मिल ठाकुर, एपीएमसी के अध्यक्ष श्री प्यारे लाल शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री देस राज शर्मा, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री आर.एस. मनकोटिया, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती सरला शर्मा, हमीरपुर नगर परिषद अध्यक्ष श्री दीप कुमार, पूर्व सैनिक कल्याण निगम के अध्यक्ष श्री एम.सी. परमार, डोगरा रेजिमेंट सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर ज्योति कुमार डांग तथा ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जिलों के पूर्व सैनिक भी रैली में उपस्थित थे।