धर्मशाला: अगस्तः गत दो वर्षों के दौरान पौंग डैम विस्थापितों के कल्याण हेतू 47 लाख रूपये की राशि व्यय की गई है। यह जानकारी लोक निर्माण एवं राजस्व मंत्री, ठाकुर गुलाब सिंह ने आज यहां पौंग डैम विस्थापित विकास एजैंसी (पोडा) की गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि पोडा के पास 4.84 करोड़ रूपये की राशि बैंक में जमा है और इस राशि से अर्जित ब्याज का उपयोग विस्थापितों के कल्याण पर व्यय किया जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पौंगडैम विस्थापितों के पुनर्वास के लिये राजस्थान सरकार के साथ प्रभावी ढंग से मामला उठाया गया है तथा अब तक कुल 16,352 विस्थापित परिवारों में से अब केवल 2501 परिवारों का पुनर्वास किया जाना है, जिनमें से 1473 विस्थापितों की मामलों को पूर्ण औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरान्त राजस्थान सरकार को भेज दिये गये हैं। जबकि 200 अन्य और मामलों को भेजा जा रहा है ताकि विस्थापितों का बेहतर ढंग से पुनर्वास हो सके।
उन्होंने बताया कि पौंगडैम विस्थापितों के पुनर्वास हेतू गत नवम्बर, 2009 में राजस्थान के जैसलमेर में उच्च स्तरीय समिति की एक बैठक की गई थी, जिसमें विस्थापितों को प्रतिष्ठित इंदिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में भूमि उपलब्ध करवाने का मामला प्रदेश सरकार द्वारा उठाया गया था।
बैठक में राजस्व मंत्री द्वारा पौंगडैम विकास एजैन्सी के ऑडिट हेतू चार्टेड अकाउंटैंट की सेवाएं लेने के लिये अनुमति प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त विस्थापितों के बच्चों को तकनीकी शिक्षा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये 10 हजार रूपये की राशि छात्रवृत्ति के रूप में पोडा द्वारा देने की भी अनुमति प्रदान की। जबकि पूर्व में यह छात्रवृत्ति केवल एमबीए तथा अन्य इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थियों को प्रदान की जाती थी।
उपायुक्त कांगड़ा श्री आर.एस. गुप्ता ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए पोडा से सम्बन्धित विभिन्न मुद्दों एवं उपलब्धियों बारे विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में विधायक सर्वश्री सुजान सिंह पठानिया, नीरज भारती, योगराज, प्रधान सचिव राजस्व श्री पीसी कपूर, उपायुक्त (आर एण्ड आर) बलवीर बड़ालिया के अलावा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।