धर्मशाला: कांगड़ा जिला में चालू वित्त वर्ष के दौरान जून माह के अंत तक 968 उचित मूल्यों की दुकानों के माध्यम से सभी राशनकार्ड धारकों को उपदान पर खाद्यान्न उपलब्ध करवाने पर 42 करोड़ रुपए की राशि व्यय की गई।
यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा डॉ. संदीप भटनागर ने मंगलवार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत उपभोक्ताओं को उपलबध करवाये जा रहे खाद्यान्न की समीक्षा करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि जिला में 3,84,574 राशनकार्ड धारक हैं, जिनके अंतर्गत 17,30,620 की आबादी को 968 उचित मूल्यों की दुकानों के माध्यम से उपदान पर खाद्य वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं, जिसमें आटा, चावल, दालें, खाद्य तेल, लेवी चीनी एवं नमक इत्यादि शामिल हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि जिला में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 66 हजार 969 परिवारों को 5.25 रुपए प्रति किलो की दर से 20 किलो गंदम तथा 6.85 रुपए प्रति किलो की दर से 15 किलो चावल प्रति माह प्रत्येक परिवार को उपलब्ध करवाए गए। इसके अतिरिक्त अंतोदय अन्न योजना के अंतर्गत जिला में 43 हजार 665 राशन कार्ड धारक हैं जिन्हें प्रतिमाह 20 किलो गंदम दो रुपए तथा 15 किलो चावल तीन रुपए प्रति किलो की दर से उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला में मुनाफाखोरी और जमाखोरी को रोकने के लिए अधिकारी समय-समय पर दुकानों का औचक निरीक्षण करें ताकि मंहगाई पर नियंत्रण के साथ-साथ उपभोक्ताओं का भी शोषण न हो।
बैठक में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक, जेसी आजाद ने जानकारी दी कि चालू वित्त वर्ष में विभाग द्वारा जिला के विभिन्न भागों में 726 निरीक्षण किए गए और अनियमितताएं पाए जाने वाले 60 मामलों में 41,200 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में बसूल की गई। इसके अतिरिक्त घरेलू रसोई गैस का व्यावसायिक संस्थानों में दुरूपयोग करने वाले व्यापारियों से 48,000 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में बसूल की गई।
इस बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष देसराज बागी के अतिरिक्त विभाग के अधिकारियों व सदस्यों ने भाग लिया।