नाहन: दो गुटों में हुई लडाई में तीन युवकों की मौत के बाद पांवटा साहिब के हालात पूरी तरह से बिगड़ गए हैं तथा मारे गए युवकों के शवों को मेन सडक पर रख कर लोगों ने सडक पर जाम लगा दिया था जो के बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से खोल दिया गया। भडके दोनों गुटों के लोगों ने पुलिस बस के अलावा सडक के किनारे खडे रिक्शे व सरकारी शौचालयों को भी आग के हवाले कर दिया तथा रात भर सडकों पर हाथों में डंडे लिए घुमने रहे। गुस्साए लोगों की भीड़ ने बुधवार देर रात वीरवार को पांवटा में बाल्मीकी बस्ती के घरों में आग लगा दी। साथ ही अस्पताल व वाहनों के साथ तोडफ़ोड़ की जिसके बाद पांवटा में पुलिस ने धारा 144 लगा दी है।
गौरतलब है कि बुधवार देर रात को बाल्मीकि समुदाय के लोगों ने बाहती समुदाय के युवकों पर धारदार हथिायर से हमला कर तीन युवकों को मौत के घाट उतार दिया। जबकि अन्य दो युवकों को गंभीर रुप से घायल कर दिया। वीरवार सुबह बाहती समुदाय के महिलाओं समेत सैंकड़ों लोग शव गृह पहुंचे। जैसे ही पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा तो सभी लोग ट्रेक्टर में भर कर एनएच मार्ग पांवटा नाहन पर चक्का जाम किया। इस दौरान इस भीड़ ने पुलिस का घेरा तोडक़र बाल्मीकि बस्ती में आग लगा दी। इस आग में आधा दर्जन से अधिक घर राख हो गए। लेकिन किसी के हथाहत होने की खबर नहीं मिली है। वहीं पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए हवा में फायर किए और लाठी चार्ज किया। गौर हो कि मंगलवार की शाम को होली मेले के दौरान बाल्मीकि समुदाय व बाहती समुदाय के युवकों के बीच कहासुनी हो गई थी। मगर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर मामला शांत करवा दिया। इसके बाद बुधवार की शाम को बाल्मीकि समुदाय के दो दर्जन युवकों ने धारदार हथियारों से बाहती समुदाय के पांच युवकों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था।
इस घटना में तीन युवकों संजू, अनिल व सुनील की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि इसके अलावा दो अन्य साथियों चेतन व सागर को पीजीआई रैफर कर दिया था। जिसके बाद रात भर बाहती समुदाय गुस्साई भीड़ ने पहले अस्पताल में एंबुलेंस से शीशे तोड़े व सडक़ पर खड़े वाहनों के साथ भी तोडफ़ोड़ की। रात करीब 12 बजे यह भीड़ वाई प्वाइंट पहुंची। शव गृह में रखे शवों को सडक़ में रखकर प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। वहीं पुलिस को गाड़ी को आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने मामले को किसी तरह शांत किया। हालात का जायजा लेने के लिए आईजी अशोक शर्मा, डीसी मीरा मोहंती, एसपी पुनीता भारद्वाज, एसडीएम पांवटा वीरवार को दिनभर मामले को सुलझाने में लगे रहे। एसपी पुनीता भारद्वाज ने कहा कि बाल्मीकि बस्ती में आग लगाने आई भीड़ पर हल्का पुलिस बल प्रयोग करना पड़ा। स्थिति तनाव पूर्ण है मगर नियंत्रण में हैं।
उन्होंने बताया कि पांवटा में धारा 144 लगा दी गई है। अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर अतिरिक्त थाना प्रभारी धर्मपाल को निलंबित कर दिया गया है। उधर जि़ला दण्डाधिकारी सिरमौर मीरा मोहन्ती ने आदेश जारी किया है कि पांवटा में अगले आदेशों तक धारा 144 लागू कर दी गई है। आदेश में कहा गया है कि पांवटा में बुधवार को होला मोहल्ला के दौरान दो गुटों के नवयुवकों के बीच झड़पों के बाद हुए दंगों के मद्देनजर सरकारी तथा निजी संपति को नुक्सान से बचाने के लिए यह कदम उठाया है। श्रीमती मोहन्ती ने बताया कि इस प्रकार के दंगों को रोकने तथा सरकारी एवं निजी संपति को नुक्सान से बचाने के लिए लोगों के एक स्थान पर एकत्रित होने, सार्वजनिक गलियों तथा स्थानों पर एकत्रित होने पर भी पाबन्दी लगा दी गई है। इसी प्रकार एक स्थान पर पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के खड़े होने पर भी प्रतिबन्ध है।