मंडी: तेरंग हादसे में लापता लोगों को ढूंढने के लिए चलाया गया सर्च अभियान पांचवें दिन भी जारी रहा। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन दूसरी बार तेरंग पहुंचे और सर्च अभियान को लीड किया। अब केवल दो लोगों को ढूंढना शेष है। लापता हुए 10 लोगों में से 8 के शव बरामद किए जा चुके हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड की टीमोें के 100 से अधिक जवान दिन-रात लापता लोगों को ढूंढने के लिए लगे हुए हैं। इन जवानों के अनथक प्रयासों से भारी चट्टानों के बीच फंसे लापता लोगों को ढूंढा जा सका है। सर्च अभियान में स्निफर डॉग की मदद से लापता लोगों को ढूंढने में काफी मदद मिली है।
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि लापता दो लोगों को हादसे वाले स्थल से लेकर साथ बहती खड्ड में भी ढूंढा जा रहा है। इसके लिए रेस्क्यू टीमों द्वारा खड्ड के किनारों पर भी खोज की जा रही है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए ड्रोन के माध्यम से भी खोज जारी है। उन्होंने कहा कि हादसे में लापता दो लोगों को स्निफर डॉग के माध्यम से भी ढूंढने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि खोज अभियान में मैनुअल टूल के साथ, ब्लास्टिंग, ड्रिलिंग, कटिंग करके भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
उपायुक्त ने कहा कि तेरंग पहुंचने की 6 किमी लम्बी सड़क को बहाल करने का प्रयास लगातार जारी है। सड़क पर बड़ी-बड़ी चट्टानें आ गई हैं और बड़ी ज्यादा मात्रा में लैंडस्लाइड हुआ है। कहीं-कहीं तो सड़क पूरी तरह से खड्ड में तबदील हो गई है। उन्होंने बताया कि सड़क में आने वाले दो पुलों को दुरस्त कर दिया है और बहुत जल्दी इस सड़क को बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सड़क के बहाल होने पर भारी मशीनरी के माध्यम से सर्च अभियान चलाया जाएगा, ताकि जल्दी से जल्दी दो लापता लोगों को भी ढूंढा जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि 8 मृतकों के परिवारों को उनके खाते में 4-4 लाख रुपये की कुल 32 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभावित परिवारों को राशन, गैस, ठहरने की व्यवस्था भी कर दी गई है।
पहली अगस्त को तड़के सुबह हुए हादसे में 10 लोग लापता हुए थे और एक व्यक्ति घायल हुआ था। हादसे के तुरंत पश्चात जिला प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गया तथा पहले दिन दो शव, दूसरे दिन भी दो, तीसरे दिन एक और चौथे दिन दो शव सहित अब तक 8 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं।