धर्मशाला: जिला में दूध गंगा परियोजना के तहत 441 समूहों एवं व्यक्तिगत रूप में उन्नत नस्ल के दुधारू पशुओं की खरीद के लिये 6 करोड़ 49 लाख रूपये की राशि ऋण के रूप में प्रदान की गई। यह जानकारी उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने देते हुए बताया कि किसानों को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत कागड़ा जिला की सभी 760 ग्राम पंचायतों में आरम्भिक तौर पर एक-एक डेयरी फार्म यूनिट खोला जाएगा ताकि किसान इस यूनिट से प्रेरणा लेकर व्यक्तिगत रूप में डेयरी फार्म यूनिट स्थापित कर स्वावलम्बी बन सकें।
उन्होंने बताया उन्होंने बताया कि वर्ष 2009-10 में इस योजना के आरम्भ होने के उपरान्त जिला कांगड़ा में सफल कार्यान्वयन के फलस्वरूप जिला को उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने पर नाबार्ड द्वारा प्रदेश में प्रथम पुरस्कार से नवाज़ा गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में इस परियोजना के अन्तर्गत सामान्य वर्ग के लाभार्थी को 25 प्रतिशत तथा अन्य अनुसूचित जाति/जनजाति इत्यादि के लिये 33 प्रतिशत उपदान देने की व्यवस्था की गई है ताकि प्रदेश में श्वेतक्रांति का सूत्रपात हो सके।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत किसानों को दिये जाने वाले ऋण राशि का 50 प्रतिशत ब्याजमुक्त तथा शेष राशि पर न्यूनतम दर पर ब्याज निर्धारित किया गया है और इस योजना के तहत समूह एवं व्यक्तिगत तौर से 10 दुधारू पशुओं की खरीद हेतू तीन लाख रूपये की राशि प्रदान की जाती है।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि इस योजना के अन्तर्गत किसानों को दुधारू पशुओं की खरीद के अतिरिक्त 2000 लीटर क्षमता के दुग्ध अभिशीतन सयंत्र खरीदने के लिये 15 लाख, स्थानीय स्तर पर दुग्ध उत्पाद यूनिट स्थापित करने के लिये 10 लाख तथा परिवहन एवं कोल्डचेन के लिये 20 लाख रूपये की राशि बतौर ऋण देने की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त दुग्ध उत्पादों के भण्डारण के लिये कोल्ड स्टोर निर्मित करने के लिये 25 लाख और निजी वेटनरी क्लीनिक खोलने के लिये, जिसमें स्थाई यूनिट के लिये 1$50 लाख और मोबाइल यूनिट के लिये दो लाख रूपये की राशि ऋण के रूप में प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
श्री गुप्ता ने बताया कि जिला में दूध की अधिकांश आपूर्ति बाहरी राज्यों से की जा रही है तथा इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन पर निकट भविष्य में सार्थक परिणाम आने आरम्भ हो जाएंगे, जिससे जहां बेरोजग़ार युवाओं को स्वरोजग़ार उपलब्ध होगा वहीं पर जिला में दुग्ध उत्पादन में बढ़ौतरी होने से अन्य राज्य पर निर्भरता कम हो जाएगी। उन्होंने बेरोजग़ार युवाओं से आग्रह किया कि वह सरकारी नौकरी या बाहरी राज्यों के पलायन की वजाय सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न स्वरोजग़ार योजनाओं का लाभ उठाकर अपने आप को स्वावलम्बी बनायें।
उपायुक्त ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों इस कार्यक्रम का निचले स्तर तक व्यापक प्रचार करें तथा युवाओं को इस योजना के तहत डेयरी फार्मिंग खोलने के लिये प्रेरित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि इस योजना के तहत दुधारू पशुओं की खरीद पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा उन्नत एवं सुधरी नस्ल के ही दुधारू पशु ही खरीदें।