नाहन: देश के हजारों किसान कृषि संकट से जूझ रहे है। प्रतिवर्ष लगभग 17600 किसान आत्महत्याएं कर रहे है जिसका मुख्य कारण देश में बढता भ्रष्टाचार व महंगाई है। यह बात नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल किसान सभा के राज्य अध्यक्ष कुलदीप तनवर ने कही। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा मार्च माह में बजट सत्र के दौरान संसद के बाहर धरना देगी, जिसमें प्रदेश के हजारों किसान भाग लेंगे। अउन्होंने कहा कि अभी तक 27 हजार बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है, मगर उन बंदरों को दुबारा उसी स्थान पर छोडा जा रहा है, जिससे कि वह ओर ज्यादा उत्पाती हो रहे है। तनवर ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में मनरेगा सही ढंग से क्रियांवित नहीं हो रही है जिस कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसको सही ढंग से चलाने के लिए किसान सभा संबंधित विभाग व सरकार दबाव डालेगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल किसान सभा विभिन्न संगठनों के साथ खेती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले पूरे प्रदेश में हाल ही में हाई कोर्ट द्वारा जारी अंतरिम आदेश को इंप्लीमेंट करने के लिए सरकार पर दबाव बनाएगी। उन्होंने कहा कि 15 फरवरी से 31 मार्च तक पूरे जिला में संघन सदस्यता अभियान चलाया जाएगा व 20000 सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा जाएगा। पत्रकार वार्ता में तनवर ने कहा कि जंगली जनवरों द्वारा फसलों के नुकसान के मुद्दे को हल करवाने, नरेगा की समस्याएं, प्राकृतिक आपदा एवं फसलों के नुकसान की राहत हेतू, मंडियों में फसल बिक्री में आ रही समस्याओं बारे, किसानों एवं आमजन के पुर्नवास एवं विस्थापन की समस्याओं को हल करने, आढतियों एवं बिचोलियों द्वारा किसानों के द्वारा किए जाने वाले शोषण से समाधान बारे संघर्ष को तेज करने की बात कही। पत्रकार वार्ता में गुरविंद्र सिंह, आशा ठाकुर, सतपाल मान, विश्वनाथ शर्मा, रमेश वर्मा, जगदीश रमौल, इंद्र बहादूर, जगदीश तोमर, अमरचंद आदि मौजूद थे।