देहरा आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित

ज्वालामुखी: जिले की दहलीज पर खड़ा देहरा आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है । ऐतिहासिक तहसील भवन जो 1868 से बना है , लेकिन इसका आज तक विस्तार नहीं हुआ । पुलिस थाना भी 1868 से कार्य कर रहा है । देहरा का इतिहास के पन्नों में वजूद होने के बावजूद यहां के विकास की कई कमिया हैं । मल निकासी के लिये सीवरेज सुविधा नहीं है । जिस कारण कई घरों ने इसकी गुपचुप तरीके से निकासी एसी बना रखी है कि सारा कचरा व गन्दा पानी ब्यास नदी में जा मिलता है, जिससे पर्यावरण दूषित होता है । गलियों में नालियों की व्यवस्था तो है , लेकिन सही ढग़ से न बनी होने के कारण अकसर पानी सड़कों पर आ जाता है । पुरानी बाड़ी में नालियां बनाने के लिये लोग कई वर्षों से मांग कर रहे है ।

देहरा नजदीकी 40 पंचायतों की आवाजाही का केन्द्र है , लेकिन तकनीकी शिक्षा के लिए बच्चों को दूर दराज के इलाकों में जाना पड़ता है । हरिपुर – बनखड़ी, पाईमा खबली, देहरा, शिवनाथ की पंचायतों के लोगों ने देहरा में तकनीकी संस्थान खोलने की मांग की है । देहरा में सात साल से बन रहा खेल स्टेडियम भी नंप की अनदेखी के चलते काम धीरे धीरे चल रहा है ।

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