देहरा में वाटरशैड कार्यक्रम के तहत 16 करोड़ रुपये व्यय होंगे: उपायुक्त

ज्वालामुखी: कांगड़ा जिला के विकास खण्ड देहरा में एकीकृत जलागम प्रबन्धन कार्यक्रम के तहत प्रथम चरण में 16.48 करोड़ रूपये की राशि व्यय करके 11 हजार हैक्टेयर भूमि का उपचार तथा जल प्रबन्धन सम्बन्धी विकास कार्य कार्यान्वित किये जा रहे हैं।

यह जानकारी देते हुए उपायुक्त कांगडा श्री आर0एस0 गुप्ता ने बताया कि जिला का देहरा विकास खण्ड में सर्वाधिक सूखाग्रस्त क्षेत्र होने से वर्ष भर पेयजल की समस्या बनी रहती है तथा भारत सरकार द्वारा इस विकास खण्ड के लिए 40.28 करोड़ रूपये की जलगम परियोजना स्वीकृत की गई है जिसके अन्तर्गत 26857 हैक्टेयर भूमि को कृषि योग्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होनें बताया कि इस परियोजना के तहत खड्डों एवं नालों में व्यर्थ बहने वाले पानी को चैकडैम तथा टैंक निर्मित करके भण्डारण किया जायेगा ताकि एकत्रित पानी का उपयोग कृषि, सिंचाई, बागवानी तथा घरेलू इस्तेमाल के लिए किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जीविकोपार्जन कार्य से सम्बन्धित कार्यों को भी प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होनें बताया कि आरम्भ में जलागम क्षेत्रों मेंवाटरशैड समितियों का गठन करके जीविकोपार्जन से स बन्धित प्राथमिकताओं के चार प्रतिशत राशि को व्यय करने का प्रावधान किया गया है।

श्रीगुप्ता ने बताया कि विकास खण्ड में जल संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही हैतथा इस विकास खण्ड के चंगर क्षेत्र में वैज्ञानिक ढंग से जल प्रबन्धन किया जा रहा है ताकि इस क्षेत्र के लोगों की पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो सके। उन्होंने बताया कि परियोजना के दूसरे चरण में शेष बचे क्षेत्र का उपचार किया जायेगा।

उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा देहरा उप मण्डल क्षेत्र जसवां एवं परागपुर निर्वाचन क्षेत्र के लिए 40 करोड़ रूपये की पेयजल योजना स्वीकृत की गई है जिसके अन्तर्गत इस क्षेत्र की 38 ग्राम पंचायतों के 96 गांवों में रहने वाले लोगों को स्वच्छ पेयजल सुविधा उपलब्ध होगी।

उन्होंने बताया कि वर्तमान परिपे्रक्षय में जल संरक्षण करना प्रत्येक नागरिक का नैतिक दायित्व बन चुका है और लोगों को जल की महत्ता के बारे जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिला में वर्षा जल संग्रहण को बढ़ावा दिया जायेगा ताकि वर्षा से एकत्रित जल का उपयोग अपने दैनिक कार्यों में इस्तेमाल कर सकें।

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