नाहन : शिलाई विधानसभा क्षेत्र की द्राबिल पंचायत के हकाईना गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय बीते 30 वर्षों से शिक्षा का केंद्र तो है, लेकिन अब यह खुद बच्चों के लिए खतरे का कारण बन चुका है। इस स्कूल में फिलहाल 45 बच्चे पढ़ रहे हैं, मगर भवन की जर्जर हालत के चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
स्कूल परिसर में बने तीन अतिरिक्त कमरों में से एक में आंगनवाड़ी संचालित हो रही है, जबकि बाकी दो कमरों में कक्षाएं और अध्यापक का कार्यालय चलता है। विडंबना यह है कि इतने बच्चों के लिए वर्तमान में केवल एक ही अध्यापक तैनात है।

ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो वर्षों से भवन की मरम्मत और डिस्मेंटल के आदेशों का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। स्थानीय निवासी सतपाल शर्मा ने बताया कि कई बार बच्चों को खस्ताहाल भवन से बाहर निकालना पड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी भी प्रकार की दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग और प्रदेश सरकार की होगी।