अलीगढ़: सर सैयद अहमद खान के धर्मनिरपेक्षता के संदेश लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक मिशन चलाया और इसी मिशन का हिस्सा अमुवि के शोध-छात्र जसीम मौहम्मद ने राष्ट्रीय साप्ताहिक अंग्रेजी पत्रिका, नयो अलीगेरीयन’ का प्रथम संस्करण का शुभारम्भ अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शिक्षाविद प्रो0 अबुल कलाम कासमी (साहित्य एकादमी एवार्ड-2009 उर्दू) प्रो0 रज़ाउल्लाह खान (अध्यक्ष, सिविल इंजीनियरिंग विभाग अमुवि), प्रो0 ए0आर0फतिही डायरेक्टर, सी0सी0एस0 आई0एल0, अमुवि एवं जाने माने कवि जॉनी फॉस्टर ने संयुक्त रूप से पत्रिका का विमोचन किया।
नयो अलीगेरीयन एक शैक्षणिक-सामाजिक पत्रिका है, प्रो0 कासमी ने कहा की पत्रिका मनुष्य को सभ्य बनाती हे और इस पत्रिका से युवा वर्ग को प्रेरणा मिलेगी, प्रो0 रज़ाउल्लाह खान ने कहा की युवावर्ग ही क्रान्ति ला सकते है और नयो अलीगेरीयन इसका प्रेरणा बनेगी, प्रो0 फतही ने कहा कि यह पत्रिका राष्ट्रीय स्तर पर युवा वर्ग को जागरूक करने का काम करेगी, कवि जॉनी फॉस्टर ने कहा कि भारत की धर्मनिरपेक्षता का कायम करने के लिये चाहिए कि ‘न्यो अलीगेरीयन’ अपने रास्ते खुद आगे बढ़ने का तय करें।
संपादक जसीम मोहम्मद ने कहा कि पत्रिका निकालने का सोच ही एक बहुत बड़ा काम है, युवावर्ग को जागरूक तका कुछ अध्यापक, ओल्ड बॉयस एवं खासतौर पर फिल्म निर्माता एवं समाजसेवी महेश भट्ट जी के सहमति पर ही एक आन्दोलन के रूप में ‘न्यो अलीगेरीयन’ को के सहमति पर ही एक आन्दोलन के रूप में ‘न्यो अलीगेरीयन को प्रकाशित करने का जिम्मेदारी ली है।
विमोचन के समय, दौलत राम, नदीम खान, शब्बीर अहमद खान, एलीज़ाबेद मरियम, योमना, के0के0 अब्दुल रऊफ, वजीहा, राबिया नासिर कपिल कुमार, मैराड हसन खान, सैयद अली सरदार जाफरी, मु0 फारूक खान, खलीकुउ़जमान आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।