धारटीधार के विवेक सिंह ने SSB पास कर सेना में अधिकारी बनने का सपना किया साकार

Photo of author

By पंकज जयसवाल

नाहन : धारटीधार के लिए एक अत्यंत हर्ष और गर्व का क्षण है, जहाँ गाँव जंगलोट, पंचायत बाडथल मधाना के निवासी, विवेक सिंह ने अपनी मेहनत और लगन से एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारतीय सेना में सेवारत हवलदार विवेक सिंह ने प्रतिष्ठित सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (SSB) की परीक्षा उत्तीर्ण कर इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA), देहरादून में प्रवेश सुनिश्चित किया है।

विवेक, जो देवराज सिंह एवं दीना देवी के सुपुत्र हैं, ने सर्विस एंट्री के माध्यम से इस कठिन परीक्षा को पास किया है, जो भारतीय सेना के जवानों को अधिकारी बनने का अवसर प्रदान करती है।

विवेक सिंह जनवरी 2026 से IMA देहरादून में एक वर्ष का गहन सैन्य प्रशिक्षण ग्रहण करेंगे। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के उपरांत, उन्हें भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन प्राप्त होगा। यह उनकी दशकों की सेवा और समर्पण का परिणाम है।

विवेक सिंह की सैन्य सेवा की शुरुआत वर्ष 2014 में एक सिपाही के रूप में हुई थी। अपनी निरंतर मेहनत, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता के बल पर, वे वर्तमान में हवलदार के पद पर नियुक्त हैं। उनकी यह सफलता उन सभी सेवारत जवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो सेना में अधिकारी बनने का सपना देखते हैं।

विवेक ने अपनी प्रारंभिक से लेकर पूरी स्कूली शिक्षा गाँव जंगलोट, बाडथल मधाना और कोलर स्थित सरकारी स्कूलों में हिंदी माध्यम से प्राप्त की है। इस सफलता को प्राप्त करने के बाद, उन्होंने इसका सम्पूर्ण श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और पूरे परिवार को दिया, जिन्होंने उन्हें सदैव प्रोत्साहित किया और सहयोग दिया।

विवेक सिंह की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, गाँव और पंचायत के लिए, बल्कि समूचे धारटी धार इलाके के लिए सम्मान और प्रेरणा का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि लगन और दृढ़ संकल्प से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

बता दे कि उनके विवेक सिंह के बड़े भाई नवीन ठाकुर भी साल 2008 से भारतीय सेना में बतौर हवलदार सेवाएं दे रही है और उनके चाचा प्रेमपाल भी हाल ही में भारतीय सेना से बतौर हवलदार सेवाएं देकर सेवानिवृत हुए है।

Photo of author

पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।