नन्ही कली

Photo of author

By Hills Post

नन्ही कली जो
मसल दी गई
फूल बनने से पहले
पुकारती, चीखती सी
कहती मां से,
मां तुम इतनी निष्ठुर
कैसे हो गई,
जानती हो तुम कि
आधार है लडकी
इस समाज का,
रंगहीन है संसार
इसके बिना,
दो वंशों की आन
है लडकी
और तुम-तुम इसे
गर्भ में मिटाने पर
तुली हो,
बदलनी है तुम्हे
अपनी सोच,
बचाना है मुझे |

Photo of author

Hills Post

हम उन लोगों और विषयों के बारे में लिखने और आवाज़ बुलंद करने का प्रयास करते हैं जिन्हे मुख्यधारा के मीडिया में कम प्राथमिकता मिलती है ।