नाहन: सोशल मीडिया पर सरकारी डिपूओं द्वारा वितरित किए जाने वाले नमक की गुणवत्ता पर सवाल उठते हुए दिखाया गया है जिसमें नमक को दाल या सब्जी में डालने के बाद उसका रंग काला हो जाता है। इस सन्दर्भ में क्षेत्रीय प्रबंधकए राज्य नागरिक आपूर्ति निगम सीमित नाहन विजय शर्मा ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वर्तमान में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत आम लोगों को अनुदान पर दिया जा रहा नमक डबल फोर्टिफाईड है | जिसमें जरूरी आयोडीन के साथ – साथ आयरन की प्रचूर मात्रा विद्यमान है | जिसके कारण नमक में काले कण दिखाई पड़ते हैं जो कि आयरन की मौजूदगी को दर्शाते हैं।
उन्होंने बताया कि डबल फोर्टिफाईड नमक का खाने में प्रयोग करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है तथा आयरन के कारण भोजन के रंग में परिवर्तन काला होना एक सामान्य बात है। उन्होंने बताया कि डिपू में अनुदान पर मिलने वाले नमक के पैकिट के ऊपर इसके प्रयोग करने की पूर्ण विधि भी दर्शाई गयी है जो उपभोक्ताओं के किसी भी संशय को दूर करने के लिए प्रदर्शित की गई है।
हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम सीमित द्वारा गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए नियमित तौर पर नमक सहित सभी खाद्य वस्तुओं के सैम्पल सप्ताहिक तौर पर अलग- अलग गोदामों से मुख्यालय को परीक्षण के लिए भेजे जाते हैं और गुणवत्ता में सही पाये जाने वाले खाद्य पदार्थ ही उपभोक्ताओं को वितरण के लिए डिपुओं में भेजे जाते है।