ऊना : ऊना उपमण्डल में नशामुक्त ऊना अभियान के तहत गत दो माह में 65 विद्यालयों में नवचेतना मॉडयूल सिस्टम के तहत स्कूल टास्क फोर्स के साथ बैठकें की गईं। यह जानकारी वीरवार को एसडीएम ऊना विश्वमोहन देव की अध्यक्षता में आयोजित नशामुक्त ऊना अभियान की समीक्षा बैठक में दी गई।
उन्होंने बताया कि ऊना उपमण्डल में नशामुक्त ऊना अभियान को बड़े प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जनवरी माह में 40 तथा फरवरी में 25 विद्यालयों में स्कूल टास्क फोर्स के साथ इंट्रेक्शन किया गया।
एसडीएम ने बताया कि इस अभियान के तहत माह मार्च व अप्रैल में खण्ड स्तर पर ‘नशे से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव’ थीम पर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा ‘मेरा फैसला, नशे को न, ज़िन्दगी को हां’ कार्यक्रम के तहत 5000 युवाओं, 5000 अभिभावकों, 100 स्कूलों प्रधानाचार्यों तथा 300-400 शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित कर नशे के विरूद्ध व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व आशावर्कर ‘हर घर दस्तक’ मुहित के तहत डोर टू डोर अभिभावकांे व बच्चों में नशावृत्ति रोकने के लिए जागरुकता पैदा करेंगी।
बैठक
एसडीएम ने बताया कि इस अभियान के तहत माह मार्च व अप्रैल में खण्ड स्तर पर ‘नशे से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव’ थीम पर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा ‘मेरा फैसला, नशे को न, ज़िन्दगी को हां’ कार्यक्रम के तहत 5000 युवाओं, 5000 अभिभावकों, 100 स्कूलों प्रधानाचार्यों तथा 300-400 शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित कर नशे के विरूद्ध व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व आशावर्कर ‘हर घर दस्तक’ मुहित के तहत डोर टू डोर अभिभावकांे व बच्चों में नशावृत्ति रोकने के लिए जागरुकता पैदा करेंगी।
बैठक
एसडीएम ने बताया कि इस अभियान के तहत माह मार्च व अप्रैल में खण्ड स्तर पर ‘नशे से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव’ थीम पर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा ‘मेरा फैसला, नशे को न, ज़िन्दगी को हां’ कार्यक्रम के तहत 5000 युवाओं, 5000 अभिभावकों, 100 स्कूलों प्रधानाचार्यों तथा 300-400 शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित कर नशे के विरूद्ध व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व आशावर्कर ‘हर घर दस्तक’ मुहित के तहत डोर टू डोर अभिभावकांे व बच्चों में नशावृत्ति रोकने के लिए जागरुकता पैदा करेंगी।
बैठक
एसडीएम ने बताया कि इस अभियान के तहत माह मार्च व अप्रैल में खण्ड स्तर पर ‘नशे से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव’ थीम पर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा ‘मेरा फैसला, नशे को न, ज़िन्दगी को हां’ कार्यक्रम के तहत 5000 युवाओं, 5000 अभिभावकों, 100 स्कूलों प्रधानाचार्यों तथा 300-400 शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित कर नशे के विरूद्ध व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता व आशावर्कर ‘हर घर दस्तक’ मुहित के तहत डोर टू डोर अभिभावकांे व बच्चों में नशावृत्ति रोकने के लिए जागरुकता पैदा करेंगी।
बैठक में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम पाल शर्मा, जिला युवा एवं खेल अधिकारी उत्तम दियोल, सीडीपीओ कुलदीप दयाल तथा निशा गुप्ता ने भाग लिया।