ऊना: सामाजिक न्याय एवं आधिकारित मंत्रालय के सौजन्य से नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंस रूम में आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान में लगभग 25 एनसीसी कैडिटो ने वर्चुअल मोड से जुड़कर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन को सुना। यह जानकारी उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने दी। इस अभियान की शुरूआत देश के 272 जिलों से की गई थी जोकि नशे के दृष्टि से अति संवेदनशील थे।
इस अभियान सफल बनाने के लिए बच्चें, बुजुर्ग व महिलाओं ने अपनी पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय ने 8 करोड़ से अधिक लोगों को इस अभियान के तहत जोड़ने में कामयाबी हासिल की है। इस अवसर पर नशा मुक्त भारत बनाने के लिए एनसीसी कैडिटों को शपथ भी दिलाई गई।
आजादी के अमृत काल में नशा मुक्त भारत बनाने के लिए महिलामंडल, आंगबाड़ी, आशावर्कर, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ-साथ एनसीसी कैडिटो का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि नशा एक धीमा जहर है जो कि मनुष्य के शरीर को खोखला कर देता है तथा इससे कई प्रकार की भयानक बीमारियां पैदा होती हैं। बच्चों के अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के बर्ताव पर नजर रखें क्योंकि बच्चें तभी बुरी संगत में फंस जाते हैं जब बच्चों के माता-पिता उनके प्रति लापरवाही बरतते हैं। एनसीसी छात्र पढ़ाई के साथ-साथ स्वच्छता अभियान में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।