नाहन : आज विधानसभा में विधायक अजय सोलंकी द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में लोक निर्माण मंत्री ने नाहन शहर की गलियों व सड़कों के रख-रखाव, सफाई व्यवस्था और आवारा पशुओं के प्रबंधन से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा की।
मंत्री ने बताया कि नगर परिषद नाहन को वर्ष 2022-23 से 2025-26 (31 जुलाई 2025 तक) गलियों और सड़कों के रख-रखाव हेतु कुल 1 करोड़ 11 लाख 15 हजार रुपये स्वीकृत हुए। इनमें से अधिकांश राशि व्यय की जा चुकी है।

वर्ष 2022-23 में 6 लाख रुपये स्वीकृत हुए और पूरी राशि खर्च की गई। वर्ष 2023-24 में 82.65 लाख रुपये स्वीकृत हुए, जिनमें से 55.40 लाख रुपये खर्च हुए। वर्ष 2024-25 में 17.50 लाख रुपये मिले, जिनमें से 13 लाख रुपये व्यय किए गए। वहीं वर्ष 2025-26 (31 जुलाई तक) 5 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं, जिन्हें अभी खर्च किया जाना है।
सरकार ने स्वीकार किया कि नगर परिषद नाहन ने शहर से सभी डस्टबिन हटा दिए हैं। इसके बाद सफाई व्यवस्था को ‘डोर टू डोर’ कूड़ा एकत्रीकरण प्रणाली से सुचारू रूप से चलाया जा रहा है।
नगर परिषद में करीब 120 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 105 सीएलसी के माध्यम से और शेष स्थायी कर्मचारी हैं। शहर के विभिन्न हिस्सों में कचरा उठाने के लिए 11 गाड़ियां भी लगाई गई हैं। सारा कूड़ा अब सीधे नजदीक माँ बाला सुंदरी गौशाला के समीप स्थित कचरा प्रबंधन संयंत्र तक पहुंचाया जाता है।
आवारा पशुओं और कुत्तों की समस्या पर नगर परिषद लगातार कदम उठा रही है। वर्ष 2023-24 में 69 कुत्तों का बाध्यकरण और टीकाकरण किया गया। 26 अगस्त 2025 को नगर परिषद की बैठक में पुनः अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।
इसके अलावा वर्ष 2025 में अब तक 43 आवारा पशु (गाय/बैल) को नालागढ़ और राजगढ़ स्थित गौसदनों में भेजा गया है। नगर परिषद का कहना है कि जल्द ही आवारा पशुओं को पकड़कर गौसदनों में भेजने का नया अभियान शुरू किया जाएगा।