नाहन के शिव मन्दिर में आग लगी, कट्टरपंथी हिन्दू संघटन भड़के

नाहनः शहर के अमरपुर मोहल्ला स्थित बाबा बर्फानी शिव मन्दिर में शनिवार तड़के आग लग जाने की वजह से शिव परिवार की मूर्तियां आंशिक रूप से जलने की खबर है। इसके साथ ही मन्दिर का कुछ सामान पूरी तरह नष्ट हो गया है। इस घटना को ले कर अलग-अलग राय सामने आई है जहां एक तबके का कहना था कि मन्दिर में आगजनी की घटना जोत से आग लगने के कारण हुई है जबकि दूसरा तबका घटना को शुक्रवार को शिमला जिला के नेरवा में गऊ हत्या के विरोध प्रदर्शन को शहर के शिव मन्दिर की आगजनी की घटना से जोड़कर देखा जा रहा था। हालांकि पुलिस इस घटना को दुर्घटना करार दे रही थी लेकिन हिन्दू धर्म कट्टरपंथी संगठनों ने इस घटना को साजिश करार दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह जब मन्दिर के पुजारी, सुनील दत्त ने कपाट खोले तो उस वक्त मन्दिर में रखी पुस्तकों में से धुआं उठ रहा था साथ ही भगवान् शिव, पार्वती व गणेश की मूर्तियां आंशिक रूप से जल चुकी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने फौरन ही मन्दिर के पुजारी से पूछताछ शुरू की। साथ ही जली हुई सामग्री के नमूने भी कब्जे में लिए ताकि नमूनों को फोरे‌सिंक प्रयोगशाला में भेजा जा सके। करीब 12 बजे तक मामला शान्त नज़र आ रहा था लेकिन देर दोपहर बाद मन्दिर की सफाई कराने पर श्रद्धालुओं का एक तबका भड़क गया।

इसी दौरान विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ता गाड़ियों में पांवटा साहिब से मन्दिर परिसर में पहुंच गए। विश्व हिन्दू परिषद के नेता नरेन्द्र शर्मा का कहना था कि साजिश के तहत ही मन्दिर में आग लगाई गई है। उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की। दुर्गा वाहिनी की जिला संयोजिका स्नेहा दत्ता भी मौके पर खासी भड़की हुई नज़र आ रही थी। वारदात से पुलिस प्रशासन भी सहमा हुआ नजर आ रहा था क्योंकि पड़ोसी जिला के नेरवा में शुक्रवार की घटना से शिव मन्दिर की वारदात को जोड़कर देखा जा रहा था। मामले के तूल पकड़ने की आशंका के मद्देनजर पुलिस प्रमुख पी.डी.प्रसाद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुरमीत सिंह, डी.एस.पी. बबीता राणा, थाना प्रभारी संत सिंह समेत एस.डी.एम. अरूण शर्मा देर दोपहर करीब एक घण्टे तक कट्टरपंथी संगठनों के नेताओं को शान्त करते नजर आ रहे थे। दरअसल पुलिस को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय के बीच टकराव को ले कर डर था लेकिन पुलिस प्रशासन को इस बात को अंदाजा नहीं था कि दोनों की संगठनों के बीच सदियों से सोहाद्र्वपूर्ण सम्बन्ध रहे हैं। यहां तक कि भारत-पाक के बंटवारे के दौरान भी दोनों की समुदायों के बीच सौहाद्र्वपूर्ण सम्बन्ध थे।

उधर विश्व हिन्दू परिषद के नेता व मनोनित पार्षद प्रकाश बंसल का कहना था कि मन्दिर की सफाई करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी। बंसल का कहना था कि नेरवा की वारदात को ले कर रविवार को नाहन बन्द का आहवान किया गया है। उधर सूत्रों का कहना था कि पुलिस प्रशासन ने शिव मन्दिर में आगजनी व नेरवा में तनाव के मद्देनजर जिला के अलग अलग हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। ऐसी भी जानकारी है कि पुलिस मुख्यालय ने सिरमौर पुलिस को नेरवा की घटना के मद्देनजर हाई अलर्ट के निर्देश दिए थे। मन्दिर कमेटी की अध्यक्षा मधु अत्री का कहना था कि सम्भवतः मन्दिर में आग जोत की वजह से लगी है। शिव मन्दिर में आगजनी की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक पी.डी.प्रसाद का कहना था कि अब तक की छानबीन में यही बात सामने आई है कि मन्दिर में आग की वजह जोत जलना थी। उन्होंने कहा कि मन्दिर की सफाई से पहले पुलिस ने सम्भावित साक्ष्यों को जुटा लिया था।

शहर के पंडितों में मूर्तियों के खण्डित होन को ले कर भी अलग-अलग तरह के विचार सामने आ रहे थे। पंडित लायकराम का कहना था कि आग की चपेट में आ जाने की वजह से मूर्तियों की पूजा अर्चना नहीं की जा सकती है। पंडित रूपदत्त भी इस बात से इत्तेफाक नहीं रख रहे थे। जबकि सफाई के बाद मूर्तियों को साफ-सुथरा दिखाने को प्रयास भी हुआ जिससे यह लग रहा था कि मन्दिर कमेटी की नजर में मूर्तियां खण्डित नहीं हुई हैं।