नाहन: हिमाचल किसान सभा ने नई राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति का विरोध करते हुए सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में प्रदर्शन किया और इस नीति की प्रतियां जलाकर अपना रोष प्रकट किया। यह प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदेशव्यापी विरोध के हिस्से के रूप में किया गया।
हिमाचल किसान सभा के जिला महासचिव राजेंद्र ठाकुर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह नीति पूरी तरह से किसान विरोधी है और इसके परिणामस्वरूप किसानों को उनकी जमीनों से बेदखल करने का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस नीति के माध्यम से किसानों की कृषि को पूंजीपतियों के हाथों में सौंपा जा रहा है, जिससे किसान अपनी आजीविका खो देंगे।
ठाकुर ने कहा कि इस नीति के विरोध में देशभर के किसान संगठन एकजुट होकर इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने नोएडा में बेकसूर किसानों को जेल में डालने की घटना की निंदा की और उनकी तुरंत रिहाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान नेताओं के साथ संवाद स्थापित करे और उनकी मांगों को सुने।
हिमाचल किसान सभा ने केंद्र सरकार से यह नीति वापस लेने की मांग करते हुए स्पष्ट किया कि किसान अपनी जमीन और आजीविका की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।