नाहन: नगरपालिका परिषद नाहन ने डिफाल्टर कब्जाधारकों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। बुधवार को नाहन नगर परिषद ने एमसी कांप्लेक्स में लंबे समय से किराया न देने वाले एक निजी संस्थान के ताले तोड़ उसमें रखे सारे सामान को अपने कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि वोकेशनल एजुकेशन संस्थान चलाने वाले विक्रम वर्मा ने पिछले चार सालों से परिषद को संस्थान का किराया नहीं दिया था। इस बीच परिषद ने संस्थान मालिक को कई बार नोटिस भी भेजे। मगर नगर परिषद संस्थान मालिक से किराया नहीं वसूल सकी। संस्थान पर नगर पालिका परिषद का 11 लाख रुपए किराया बकाया था।
संस्थान मालिक ने नगर परिषद से 6 कमरे, 3 हाल व चार दुकानें किराए पर ले रखी थी। जिस पर ब्याज समेत 11 लाख 80 हजार रुपए के करीब किराया बनता था। परिषद ने संस्थान मालिक को 10 अप्रैल को किराया जमा कराने की अंतिम तिथि निर्धारित की थी। मगर किराया न मिलने के कारण बुधवार को नगर पालिका चेयरमैन भारती अग्रवाल समेत जेई रणबीर सिंह व सफाई निरीक्षक अजय गर्ग की अगुवाई में दो पुलिस कर्मियों को साथ लेकर संस्थान का ताले तोड़े। हालांकि संस्थान के भीतर कुछ फर्नीचर, पंखे व ट्यूब लाइट्स के अलावा परिषद को अन्य कोई सामान हाथ नहीं लग पाया। परिषद की इस कार्रवाई से शहर के अन्य डिफाल्टरों में भी हडक़ंप मच गया है। अभी तक परिषद ने शहर में पांच दर्जन से अधिक किराएदारों व दुकानें आदि चलाने वाले कामकाजियों को नोटिस जारी किए हैं। जल्द ही नगर परिषद डिफाल्टर घोषित किए गए लोगों पर इस तरह की कार्रवाई शुरु करेगी।
उधर, नगर पालिका परिषद की चेयरमैन भारती अग्रवाल ने बताया कि डिफाल्टरों व अवैध कब्जाधारकों के खिलाफ भविष्य में भी कार्रवाई जारी रहेगी। समय रहते यदि नोटिस मिलने के बाद भी डिफाल्टर किराएदार नगर परिषद् में अपनी बकाया रकम का भुगतान नहीं करेंगे तो नगर परिषद् इसी तरह सबी डिफाल्टरों से दुकानें व अवैध कब्जे खाली करवाएगी।