नाहन :आज सुबह नाहन शहर में बस द्वारा एक गौवंश को कुचल देने का दर्दनाक मामला सामने आया है। हादसा होते ही घायल गौवंश सड़क पर तड़पता रहा, लेकिन आरोप है कि मौके पर मौजूद एचआरटीसी कर्मचारियों ने उसकी मदद करने की कोई कोशिश नहीं की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद वहां मौजूद लोग सकते में आ गए, लेकिन किसी ने भी घायल गौवंश की मदद के लिए पहल नहीं की। इस दौरान स्थानीय युवक दीपक गुप्ता, कुलदीप संख्यान और मनीष शर्मा आगे आए और उन्होंने वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क कर गौवंश का उपचार करवाने की कोशिश की।

वेटरनरी डॉक्टर ने जांच के बाद गौवंश की हालत बेहद नाजुक बताई थी। डॉक्टर के अनुसार, दुर्घटना में उसे गंभीर चोटें आई थीं और उसकी जान बचना मुश्किल था। इसके बावजूद स्थानीय युवकों ने हर संभव मदद की कोशिश की।
घायल गौवंश सुबह से ही दर्द में तड़प रहा था और करीब पांच घंटे तक संघर्ष करने के बाद सुबह 11 बजे उसने दम तोड़ दिया। मृत गौवंश को बाद में गौ संस्था से जुड़े लोग उठाकर समीप के जंगल में दफनाने ले गए।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी रोष है। उनका कहना है कि एचआरटीसी कर्मचारियों और चालक ने गैरजिम्मेदाराना रवैया दिखाया। लोगों ने आरोप लगाया कि यदि समय रहते उचित कदम उठाए जाते तो गौवंश की जान बच सकती थी। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले चालक और संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।