नाहन : यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की सुविधाओं को लेकर आज DDP वेलफेयर सोसाइटी और हॉस्पिटल राउंड के कुछ लोग कॉलेज प्रिंसिपल से मिले। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की मौजूदा व्यवस्थाओं पर चिंता जताते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव और शिकायतें सामने रखीं।
सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने सबसे पहले यह मुद्दा उठाया कि अस्पताल में मरीजों की पर्ची की अतिरिक्त शीट के लिए 10 रुपये शुल्क लिया जा रहा है, जो उचित नहीं है। उन्होंने मांग की कि इस अतिरिक्त शुल्क को तत्काल समाप्त किया जाए, ताकि मरीजों पर आर्थिक बोझ न बढ़े।

दूसरा बड़ा मुद्दा ओपीडी व्यवस्था से जुड़ा रहा। प्रतिनिधियों ने बताया कि मरीजों के लिए खड़े होने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, जिससे भीड़ के समय लोगों को परेशानी होती है। वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए विशेष इंतजाम किए जाने की भी मांग रखी गई।
इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज परिसर के साथ सड़क किनारे लगे खोखों (ढाबे/दुकानें) को हटाने की बात रखी गई। प्रतिनिधियों का कहना था कि इन खोखों के कारण यातायात बाधित होता है और मरीजों तथा उनके परिजनों के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पाती। अगर इन खोखों को हटाया जाए तो अस्पताल के बाहर उचित पार्किंग सुविधा विकसित की जा सकती है।
अंत में, अस्पताल के सीवरेज से जुड़ी गंभीर समस्या पर भी ध्यान दिलाया गया। सोसाइटी ने कहा कि सीवरेज का पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे न केवल बदबू और गंदगी फैल रही है बल्कि संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी इस समस्या को तुरंत ठीक करने की सलाह दी है, लेकिन अब तक सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए हैं।
प्रिंसिपल ने सोसाइटी को आश्वासन दिया कि सभी सुझावों और शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उम्मीद जताई गई कि इन सुधारों के बाद अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।