नाहन में समय पर नहीं खुला राष्ट्रीय ध्वज

नाहन: 61वें गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में ध्वजारोहण से पहले पुलिसकर्मी की कोताही को लेकर पुलिस महकमा हरकत में आ गया है । पुलिसकर्मी को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया गया है । गौरतलब है कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे । राष्ट्र गान से पहले तिरंगे का ध्वजारोहण हो जाना चाहिए था लेकिन मंत्री द्वारा बार बार ध्वजारोहण का प्रयास किया जाता रहा लेकिन गांठ न खुलने की वजह से तिरंगे का ध्वजारोहण समय पर नहीं हो सका । नतीजन राष्ट्रगीत शुरू कर दिया गया । राष्ट्रगीत पूरा होने के बाद कहीं जाकर बमुश्किल पुलिसकर्मी द्वारा झंडा फहराया गया । इस घटना के हजारों लोग चश्मदीद गवाह बनें । सूत्रों के मुताबिक ध्वजारोहण की रिहर्सल गई थी । लेकिन लोक निर्माण विभाग मंत्री समय पर ध्वजारोहण नहीं कर सके ।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यातिथि गुलाब सिंह ठाकुर ने तिरंगा खोलने के लिए जैसे ही रस्सी को खींचा तो झंडा नहीं खुला उन्होनें तीन बार इसे खोलने का प्रयास किया । उन्होनें पुलिस के जवान को कहा कि ये क्या है ? उसके बाद पुलिस के जवान ने झंडे को 13 बार झटके मारें लेकिन रस्सी नहीं खुली । पुलिसकर्मी ने हताश होकर बंधे झंडे को नीचे उतारकर उसकी डोरी को ढीला किया उसके पश्चात् मुख्यातिथि ने आकर झंडे की रस्सी को खींचा फिर कहीं जाकर झंडा खुला । गौर हों कि इस दौरान झंडा खुलने से पहले तय कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रगीत की धुन भी बज गई थी । इस दौरान जिला प्रशासन के साथ साथ पुलिस प्रशासन के भी होश उड गए थे अपनी इस करनी को छिपाने के लिए उन्होनें प्रैस गैलरी में बैठे पत्रकारों के बीच जाकर उनसे प्रार्थना की कि इस बाबत समाचार प्रकाशित न किया जाऐं । जिससे जाहिर होता है कि प्रशासन अपनी गलती मान चुका था तथा इसे छिपाने का प्रयास कर रहा था । गौरतलब है कि सुबह साढे 9 बजे झंडे को फहराने के लिए पूरा अभ्यास भी किया गया था जिसमें एएसपी गुरमीत सिंह भी मौके पर मौजूद थे । जनवादी महिला समिति की महासचिव संतोड्ढ कपूर ने भी झंडा न खुलने पर आपत्ति जताई है तथा इसमें दोड्ढी कर्मचारियों के खिलाफ कारवाई करने की मांग की है ।

नाहन: 61वें गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में ध्वजारोहण से पहले पुलिसकर्मी की कोताही को लेकर पुलिस महकमा हरकत में आ गया है । पुलिसकर्मी को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया गया है । गौरतलब है कि प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे । राष्ट्र गान से पहले तिरंगे का ध्वजारोहण हो जाना चाहिए था लेकिन मंत्री द्वारा बार बार ध्वजारोहण का प्रयास किया जाता रहा लेकिन गांठ न खुलने की वजह से तिरंगे का ध्वजारोहण समय पर नहीं हो सका । नतीजन राष्ट्रगीत शुरू कर दिया गया । राष्ट्रगीत पूरा होने के बाद कहीं जाकर बमुश्किल पुलिसकर्मी द्वारा झंडा फहराया गया । इस घटना के हजारों लोग चश्मदीद गवाह बनें । सूत्रों के मुताबिक ध्वजारोहण की रिहर्सल गई थी । लेकिन लोक निर्माण विभाग मंत्री समय पर ध्वजारोहण नहीं कर सके । इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यातिथि गुलाब सिंह ठाकुर ने तिरंगा खोलने के लिए जैसे ही रस्सी को खींचा तो झंडा नहीं खुला उन्होनें तीन बार इसे खोलने का प्रयास किया ।

उन्होनें पुलिस के जवान को कहा कि ये क्या है ? उसके बाद पुलिस के जवान ने झंडे को 13 बार झटके मारें लेकिन रस्सी नहीं खुली । पुलिसकर्मी ने हताश होकर बंधे झंडे को नीचे उतारकर उसकी डोरी को ढीला किया उसके पश्चात् मुख्यातिथि ने आकर झंडे की रस्सी को खींचा फिर कहीं जाकर झंडा खुला । गौर हों कि इस दौरान झंडा खुलने से पहले तय कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रगीत की धुन भी बज गई थी । इस दौरान जिला प्रशासन के साथ साथ पुलिस प्रशासन के भी होश उड गए थे अपनी इस करनी को छिपाने के लिए उन्होनें प्रैस गैलरी में बैठे पत्रकारों के बीच जाकर उनसे प्रार्थना की कि इस बाबत समाचार प्रकाशित न किया जाऐं । जिससे जाहिर होता है कि प्रशासन अपनी गलती मान चुका था तथा इसे छिपाने का प्रयास कर रहा था । गौरतलब है कि सुबह साढे 9 बजे झंडे को फहराने के लिए पूरा अभ्यास भी किया गया था जिसमें एएसपी गुरमीत सिंह भी मौके पर मौजूद थे । जनवादी महिला समिति की महासचिव संतोड्ढ कपूर ने भी झंडा न खुलने पर आपत्ति जताई है तथा इसमें दोड्ढी कर्मचारियों के खिलाफ कारवाई करने की मांग की है ।

Demo