नाहन : सिरमौर जिला के कौलांवाला भूड़ की ढांगवाला पंचायत के युवा स्वास्तिक राणा ने कड़ी मेहनत और लगन से भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र व परिवार का नाम गौरवान्वित किया है। उनकी इस उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी की लहर है और परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी गर्व महसूस किया।
शिक्षा और चयन यात्रा
स्वास्तिक राणा के पिता सहदेव सिंह चौहान अध्यापक हैं और माता बिंदु बाला गृहिणी हैं। स्वास्तिक की प्रारंभिक शिक्षा गांव ढांगवाला से हुई। इसके बाद उन्होंने जमा दो तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) नाहन से की। स्नातक (B.Sc.) की पढ़ाई उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, पंचकूला कैंपस से पूरी की। आगे उन्होंने पंजाब से एमएससी (आईटी) करना शुरू किया, लेकिन इसी बीच प्रयागराज में आयोजित एसएसबी परीक्षा में उनका चयन हो गया। हाल ही में वह चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) से पासआउट होकर लेफ्टिनेंट बने।

स्व० दादा से मिली प्रेरणा
स्वास्तिक राणा के दादा स्व० सुरेन्द्र सिंह भी, भारतीय सेना, 15th Dogra Regiment मे थे। उन्होंने सेना मे रहते हुए, 1962 मे भारत-चीन ,1965 मे भारत-पाक और 1971 मे भारत-पाक युद्धों में भाग लिया था। तत्पश्चात वे हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग मे शारीरिक शिक्षक के पद पर रहे। स्वास्तिक राणा ने सेना मे जाने की प्रेरणा अपने दादा से ली। स्वास्तिक राणा ने अपने पहले ही प्रयास मे यह परीक्षा उत्तीर्ण की है
क्षेत्र में खुशी
स्वास्तिक की इस उपलब्धि से गांव व आसपास के क्षेत्र में खुशी की लहर है। लोग लगातार उनके परिवार को बधाई देने पहुंच रहे हैं। परिजनों का कहना है कि स्वास्तिक ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से यह मुकाम हासिल किया है और वे भविष्य में भी देश सेवा में उत्कृष्ट योगदान देंगे।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि स्वास्तिक जैसे युवाओं से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी और क्षेत्र का नाम और ऊँचा होगा।