नेहरू युवा केंद्र ऊना ने मनाया पृथ्वी दिवस

Photo of author

By Hills Post

ऊना: नेहरू युवा केन्द्र ऊना ने आज पृथ्वी दिवस पर हमारी धरती हमारा स्वास्थ्य के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता एनवाईके उपनिदेशक डाॅ लाल सिंह ने की। इस अवसर पर डाॅ लाल सिंह ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि पृथ्वी को तुम बंजर न बनाओ, हर जगह कूड़ा-कचरा ना फैलाओ। प्रदूषण फैला कर न करो पृथ्वी का अपमान, पर्यावरण को स्वच्छ बनाकर दो इसे सम्मान। पूरे सौर्यमंडल में पृथ्वी है सबसे ग्रह अनोखा, प्रदूषण फैलाकर ना दो इसे धोखा। प्रदूषण से हमें लड़ना है, पृथ्वी को और भी बेहतर करना है। उन्होंने बताया कि तेल रिसाव, प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों, ऊर्जा सयंत्रों से होने वाले प्रदूषण, मलजल प्रदूषण, विषैले कचरे, कीटनाशक, जंगलों का नाश और वन्य जीवों का विलुप्तिकरण आदि मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।

डाॅ लाल सिंह ने लोगो से आहवान किया कि धरती को बचाने के लिए शुद्ध हवा, पानी और पर्यावरण का होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा की सभी लोग पृथ्वी की रक्षा के लिए कार्ययोजना बनायें तथा परिवार का हर सदस्य वर्ष में कम से कम 1 पौधा जरूर लगाएं। शिविर के उपरान्त नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवियो की बैठक की गई व कोर कमेटी का गठन किया गया, जिसमें युवक मण्डलों को कैसे सक्रिय किया जाए व युवाओं की सामाजिक कार्यो में किस तरह से सुनिश्चित करने बारे चर्चा की गई।  जिसमें  पंचायत प्रतिनिधियों को कार्यक्रमो में शामिल करना, युवाओं को उनकी जिम्मेवारी बताना, ब्लॉक स्तर व जिला स्तर पर टीम बनाना, स्कूल व कॉलेज स्तर पर जाकर जागरूकता अभियान चलाना, युवक मण्डलों की बैठक निरन्तर करना खंड स्तर पर क्षेत्र के हिसाब से फेडरेशन बनाना, नए युवक व युवतियों को मण्डलों में शामिल करना आदि एजेंडों पर चर्चा की गई। 

इसके अलावा एनवाईके उपनिदेशक डॉ लाल सिंह ने बताया कि 24 अप्रैल को नेहरू युवा केन्द्र संगठन द्वारा पंचायती राज दिवस मनाया जाएगा तथा 5 से 18 मई को पोंग डैम में आपदा कैम्प लगाया जा रहा है। इस अवसर पर समाज सेवी अश्वनी धीमान, मनोज कुमार, अश्वनी कुमार, नबज्योति यूथ वेलफेयर सोसायटी संतोषगढ़ के अध्यक्ष नवीन कुमार, आकाश भारद्वाज, एनवाईके राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवी अक्षय शर्मा, ऋषभ चैधरी सहित गणमान्य उपस्तित रहे।

Photo of author

Hills Post

हम उन लोगों और विषयों के बारे में लिखने और आवाज़ बुलंद करने का प्रयास करते हैं जिन्हे मुख्यधारा के मीडिया में कम प्राथमिकता मिलती है ।