सोलन: डॉ. एस.आर. रंगनाथन की 132वीं जयंती के उपलक्ष्य में डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के सत्यानंद स्टोक्स पुस्तकालय ने विश्वविद्यालय में पुस्तकालय अध्यक्ष दिवस मनाया गया। वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. सी.एल. ठाकुर इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसके बाद डॉ. एस.आर. रंगनाथन को पुष्पांजलि अर्पित की गई। डॉ. एस.आर. रंगनाथन को भारत में पुस्तकालय विज्ञान के जनक के रूप में मान्यता प्राप्त है और उन्होंने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अपने स्वागत भाषण में विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. एच.पी. सांख्यान ने नए लॉन्च किए गए बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस (बी.लिब और आई.एससी.) पाठ्यक्रम के पहले बैच के छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. रंगनाथन के अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला और आज के शैक्षिक परिदृश्य में उनकी प्रासंगिकता पर जोर दिया। इस अवसर पर बी.लिब और आई.एससी. के छात्रों ने पोस्टर बनाकर, भाषण और कविताएं सुनाकर कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। मुख्य अतिथि डॉ. ठाकुर ने शैक्षणिक संस्थानों के भीतर ज्ञान के मंदिर के रूप में पुस्तकालयों के महत्व पर जोर दिया और डिजिटल युग में पुस्तकालयों की विकसित भूमिका पर चर्चा की।
इस मौके पर सभी वैधानिक अधिकारियों, सहायक पुस्तकालयाध्यक्षों, कर्मचारियों और छात्रों ने भाग लिया, जिससे यह कार्यक्रम यादगार बन गया और ज्ञान के प्रसार और सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने में पुस्तकालयों के महत्व को मजबूत किया।