सोलन: द्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में चल रहे तीन दिवसीय वार्षिक अंतर महाविद्यालय युवा महोत्सव का शुक्रवार शाम को धूमधाम से समापन हो गया। इस रंगारंग महोत्सव में शानदार प्रदर्शन के दम पर औद्यानिकी कॉलेज, नौणी को समग्र चैंपियन (Overall Champion) घोषित किया गया, जबकि वानिकी कॉलेज ने उपविजेता का खिताब हासिल किया। समापन समारोह में सोलन के अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) राहुल जैन ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और विजेताओं को पुरस्कृत किया।
महोत्सव के अंतिम दिन आयोजित बहुप्रतीक्षित समूह नृत्य प्रतियोगिता आकर्षण का केंद्र रही, जिसमें थुनाग कॉलेज ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि औद्यानिकी कॉलेज दूसरे स्थान पर रहा। प्रतियोगिताओं के श्रेणीवार परिणामों में औद्यानिकी कॉलेज ने साहित्यिक, ललित कला और नाट्य श्रेणियों की ट्रॉफी अपने नाम की। वहीं, वानिकी कॉलेज ने संगीत और नृत्य की ट्रॉफी जीतकर अपना लोहा मनवाया।

साहित्यिक प्रतियोगिताओं के व्यक्तिगत परिणामों में वाद-विवाद में औद्यानिकी की ओशीन शर्मा प्रथम और नेरी की प्रीतिका द्वितीय रहीं। वक्तृत्व कला में औद्यानिकी की एलीन चौहान ने पहला और सिया शर्मा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। एक्सटेम्पोर में औद्यानिकी की प्रिया ठाकुर प्रथम और वानिकी की शैफाली शर्मा द्वितीय रहीं। नाट्य विधा में स्किट प्रतियोगिता औद्यानिकी कॉलेज ने जीती, जबकि नेरी उपविजेता रहा। माइम में वानिकी और नेरी संयुक्त विजेता बने। मोनो एक्टिंग में औद्यानिकी की अदिति ठाकुर प्रथम और वानिकी की दिक्षा हिमटा द्वितीय रहीं। वन-अंक नाटक में औद्यानिकी कॉलेज विजेता रहा और थुनाग दूसरे स्थान पर आया। थुनाग कॉलेज के सुजल और अंशिका परमार को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया।
संगीत और कला के क्षेत्र में वानिकी की हिमशिका ने लाइट वोकल में प्रथम और थुनाग के दीपक ठाकुर ने द्वितीय स्थान पाया। देशभक्ति गीत, एकल शास्त्रीय नृत्य और समूह गीत में वानिकी कॉलेज ने पहला स्थान हासिल किया। ललित कला में वानिकी की अदिति शर्मा पेंटिंग में प्रथम और औद्यानिकी की रोहिणी मेहता द्वितीय रहीं। कोलाज मेकिंग में औद्यानिकी की श्रद्धा शर्मा और यशवी शर्मा, रंगोली में वानिकी के कृतिक भाटिया और थुनाग की कनिष्का, तथा पोस्टर मेकिंग में नेरी की राधिका भारद्वाज ने बाजी मारी, जबकि जिज्ञासा और वंशिका संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहीं।
मुख्य अतिथि राहुल जैन ने छात्रों की प्रतिभा और हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत की प्रस्तुति की सराहना की। इससे पूर्व, विद्यार्थी कल्याण अधिष्ठाता डॉ. एच.पी. संख्यान ने महोत्सव की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।