सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में सत्यानंद स्टोक्स पुस्तकालय ने सत्यानंद स्टोक्स की जयंती के उपलक्ष्य में इस दूरदर्शी समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें हिमाचल में सेब की खेती को बढ़ावा देने का श्रेय दिया जाता है, को श्रद्धांजलि अर्पित की।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव नरेंद्र कुमार इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसके बाद सत्यानंद स्टोक्स को पुष्पांजलि अर्पित की गई। विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. एचपी सांख्यान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और स्टोक्स के जीवन और योगदान के बारे में बताया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. के.के. रैना ने शैक्षणिक संस्थानों के भीतर पुस्तकालयों की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने स्टोक्स की उल्लेखनीय जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्टोक्स ने अमेरिकी होने के बावजूद स्थानीय संस्कृति और हिन्दू धर्म को अपनाकर प्रदेश में सेब की किस्मों को लाए जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति मिली। उन्होंने अकादमिक सेटिंग्स में पुस्तकालयों की महत्वपूर्ण भूमिका और पाठकों के लिए व्यापक वातावरण बनाने के लिए नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। इस मौके पर सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष सुषमा शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन भगौर फार्म में वृक्षारोपण अभियान के साथ हुआ, जहां पुस्तकालय कर्मचारियों और छात्रों ने देवदार के पौधे लगाए।