सोलन: जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान की भावना को चरितार्थ करते हुए डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि अपने नाम की है। देशभक्ति, नेतृत्व, सामुदायिक सेवा और मूल्य आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय को प्रतिष्ठित वेटरन्स इंडिया प्राइड ऑफ नेशन अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया है।
नई दिल्ली में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में भारत सरकार के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। विश्वविद्यालय की ओर से विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंदर देव ने यह सम्मान प्राप्त किया। इस पुरस्कार के लिए विश्वविद्यालय का चयन विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित सदस्यों वाले पांच सदस्यीय पैनल की अनुशंसा पर किया गया।

विश्वविद्यालय की इस सफलता पर कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने जूरी और वेटरन्स इंडिया का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन रक्षा समुदाय के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने और पूर्व सैनिकों को सम्मान देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
प्रो. चंदेल ने बताया कि छात्रों को प्रेरित करने के लिए समय-समय पर रक्षा कर्मियों द्वारा विशेष व्याख्यान और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, सशस्त्र बलों में अपनी सेवाएं दे चुके विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी वर्तमान छात्रों को रक्षा सेवाओं में करियर बनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं, जिससे युवाओं में राष्ट्रप्रेम की भावना और सुदृढ़ हो रही है।
इस भव्य सम्मान समारोह में वेटरन्स इंडिया के राष्ट्रीय पदाधिकारियों सहित देश के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में एनएएसी (NAAC) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे, एआईसीटीई (AICTE) के अध्यक्ष प्रो. टी. जी. सीताराम, एआईयू (AIU) के अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पाठक, ईपीएसआई (EPSI) के अध्यक्ष डॉ. एम. आर. जयराम, केरल उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश पी. एन. रवींद्रन और लेफ्टिनेंट जनरल जी. डी. बख्शी (सेवानिवृत्त) विशेष रूप से उपस्थित थे।
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में स्थापित वेटरन्स इंडिया आज 3.8 मिलियन से अधिक सदस्यों के साथ देश के सबसे बड़े देशभक्ति मंचों में से एक है, जो भारत को विश्वगुरु के रूप में पुनः स्थापित करने और सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है।