धर्मशाला: धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत पर्यटन विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा कांगड़ा जिला के विभिन्न शक्तिपीठों में मन्दिरों में आवश्यक सुविधाएं विकसित करने पर नौ करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है।
यह जानकारी उपायुक्त कांगड़ा श्री आर.एस. गुप्ता ने जिला में पर्यटन विभाग के माध्यम से चलाये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि श्री चामुण्डा नन्दिकेश्वर धाम में 25 लाख रूपये की लागत से दो पार्क निर्मित किये जा रहे हैं, जबकि ज्वालामुखी से सुराणी के लिये ट्रैकिंग मार्ग के निर्माण पर 10 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि मक्लोडगंज प्राकृतिक एवं धार्मिक स्थल के लिये विश्व विख्यात है तथा मक्लोडगंज में वाहनों पार्किंग के लिये 3.44 करोड़ रूपये की लागत से महामहिम दलाई लामा मन्दिर चौक के समीप पार्किंग स्थल निर्मित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को अपने वाहन खड़ा करने की कोई असुविधा न हो और यातायात भी सामान्य बना रहे।
उन्होंने कहा कि मक्लोडगंज आने वाले पर्यटक भागसूनाग एवं डल झील के प्राकृतिक सौंदर्य का आनन्द प्राप्त करने के लिये पहुंचते हैं तथा भागसूनाग मन्दिर के जीर्णोद्धार, पार्किंग तालाब एवं स्नानागृह, वाटरफाल तक पहुंचने वाले रास्ते के सुधार इत्यादि कार्याें पर लगभग 70 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने बताया कि डलझील के जीर्णोद्धार एवं गाद निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, जिसके सौंदर्यकरण पर पर्यटन विभाग द्वारा 70 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विशेष बल दिया जा रहा है, जिसके लिये हर गांव की कहानी नामक एक योजना आरम्भ की गई है, जिसके तहत प्रदेश के गांवों के प्राचीन मन्दिरों, दर्शनीय स्थलों, ऐतिहासिक किलों या अन्य धरोहरों इत्यादि से सम्बन्धित कहानियों को एकत्रित किया जा रहा है तथा गांव की ऐतिहासिकता इत्यादि के आधार पर गांव मंे पर्यटकों के लिये मूलभूत सुविधाएं जुटाने के लिये विशेष बल दिया जाएगा।
श्री गुप्ता ने बताया कि कांगड़ा जिला के गांव की कहानियों को एकत्रित करने के लिये प्रसिद्ध लेखकों एवं साहित्यकारों का सहयोग लिया जाएगा और गांव की ऐतिहासिक पृष्ठिभूमि की पुष्टि होने पर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर किसी एक गंाव से इस योजना का शुभारंभ कर दिया जाएगा ताकि जिला में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलने से लोगों को परोक्ष और अपरोक्ष रूप में रोज़गार के अवसर प्राप्त हो सकेंगें।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी कांगड़ा आर.एस. राणा ने जिला में पर्यटन विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं बारे विस्तृत जानकारी दी। बैठक में जिला के समस्त उपमण्डल अधिकारी (ना), खण्ड विकास अधिकारी, स्थानीय निकाय के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।