धर्मशाला: कांगडा जिला में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत मंदिर सर्किट के अन्तर्गत 65 करोड की राशि व्यय की जा रही है। यह जानकारी उपायुक्त कांगड़ा, आरएस गुप्ता ने देते हुए बताया कि जिला के शक्तिपीठों एंव प्राचीन मंदिरों में और बेहतर मूलभूत सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिये मास्टर प्लान तैयार कर दिये गये हैं जिसके अन्तर्गत मंदिर परिसर में योजनाबद्घ एंव सुनियोजित तरीके से आवश्यक सुविधायें सृजित की जा रही हैं ताकि बाहर से आने वाले श्रद्घालुओं एंव पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने कहा कि कांगडा जिला धार्मिक पर्यटन के लिये विश्वविख्यात है और यहां के शक्तिपीठों एंव अन्य प्राचीन मंदिरों में हर वर्ष लाखों की तादाद में श्रद्घालु आ कर मंदिरों के दर्शन के अतिरिक्त कांगड़ा घाटी एंव धौलाधार की नैसृगिक छटा का आनंद लेते हैं।
उन्होंने समस्त मंदिर अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह वर्ष 2010-11 के लिये सम्बन्धित मंदिर में श्रद्घालुओं को ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये बजट अनुमान तैयार करें ताकि योजनाबद्घ तरीके से प्रत्येक मंदिर परिसर में श्रद्घालुओं के लिये बेहतर सुविधायें जुटाई जा सकें ।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि भागसूनाग मंदिर परिसर के सौन्दर्यकरण के लिये पर्यटन विभाग की और से लगभग एक करोड रूपये की परियोजना तैयार की गई है जिसके अन्र्तगत भागसूनाग परिसर में पर्यटकों को आर्कषित करने के सविमिंग पूल एंव अन्य स्नानगृह इत्यादि अन्य सुविधायें जुटाई जायेंगी। इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर के कमरों की मुर मत पर तीन लाख रूपये तथा भागसू सदन के निर्माण पर आठ लाख रूपये की राशि व्यय की जायेगी।
उन्होंने जानकारी दी कि दुर्वेश्वर महादेव एंव डल झील के सौन्दर्यकरण के लिये भी विशेष बल दिया जायेगा जिसमें झील से गाद निकालने पर 15 लाख की राशि व्यय की जायेगी। इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर में स्थित सराय की मुर मत इत्यादि का कार्य भी किया जायेगा।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि बज्रेश्वरी मंदिर के बनेर ाड्ड में स्नानघाट बनाने के लिये 15 लाख तथा गुप्तगंगा के सौन्दर्यकरण के लिये 20 लाख रूपये की राशि व्यय की जायेगी। इसके अतिरिक्त बैजनाथ के गंगा घाट में स्नानाघाट पर 20 लाख रूपये, चामुण्डा मंदिर परिसर में दो पार्क बनाने पर 25 लाख रूपये, ज्वालामुखी से देहरा सडक पर पार्क एंव सामुदायिक शौचालय के निर्माण पर 20 लाख की राशि व्यय की जा रही है।