नाहन: ज़िला में पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा पर्यावरण में कार्बन की मात्रा को घटाने के लिए आवश्यक पग उठाने हेतु एक ज़िला स्तरीय समिति की पहली समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त श्री लोकेन्द्र चौहान ने कहा कि पर्यावरण सन्तुलन बनाए रखने के लिए सभी को एक स्थाई कार्य योजना बनाकर उस पर कार्य करने की आवश्यकता है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि गैर सरकारी संस्थाओं के सहयोग से ज़िला में सीएलएपी (¼ Community led assessment awareness advocacy and action programme for environment protection and carbon neutrality in Himachal Pradesh) कार्यक्रम को क्रियान्वित किया गया है, जिसको तीन चरणों में तीन वर्षों के भीतर लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके तहत ज़िला के छः विकास खण्डों में छः गैर सरकारी संस्थाओं का चयन किया गया है जो महिला मण्डल, युवक मण्डल व इक्को क्लबों की सहायता से पंचायत स्तर तथा गांवों तक पर्यावरण संवेदनशीलता के बारे में न केवल लोगों को जागरूक कर रहे है बल्कि लोगों की पर्यावरण मित्र गतिविधियों का आकलन करते हुए लोगों को पर्यावरण में कार्बन की मात्रा घटाने के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की भी अहम भूमिका रहेगी तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं जैसे मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना तथा अन्य जलागम परियोजनाओं, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान, बागवानी तकनीकी मिशन, मनरेगा आदि को भी सीएलएपी के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि उनके माध्यम से भी पर्यावरण मित्र गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सके।
इस अवसर पर डवैल्पमैंट अल्टर्नेटिव संस्था की प्रतिनिधि कुमारी आदिति झा ने बताया कि ज़िला में छः विकास खण्डों में छः गैर सरकारी संस्थाएं कार्बन न्यूट्रीलिटी में बढ़-चढ़कर कार्य कर रही हैं।
बैठक में सहायक आयुक्त श्री हिमीश नेगी, डीआरडीए के परियोजना अधिकारी श्री राकेश शर्मा, उच्च शिक्षा के उप निदेशक श्री रामनाथ शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियन्ता श्री प्रदीप मंडयाल, कार्यकारी अधिकारी नगरपालिका परिषद नाहन श्री एसएस नेगी गैर सरकारी संस्थाओं के सदस्य उपस्थित थे।